Gaza: गाज़ा में युद्धविराम के बाद भी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बंधकों के शवों की वापसी में लगातार देरी ने इज़रायल और हमास के बीच विवाद को फिर से भड़का दिया है। इस बीच, मानवीय सहायता में कटौती और बढ़ती नाराज़गी ने इलाके की स्थिति को और मुश्किल बना दिया है। गाज़ा में युद्धविराम समझौते के बावजूद हालात शांत नहीं हुए हैं। बंधकों के शवों की धीमी वापसी को लेकर इज़रायल और हमास के बीच फिर से तनाव बढ़ गया है। हमास ने 28 मृत बंधकों के शव लौटाने का वादा किया था लेकिन अभी तक सिर्फ 4 शव ही लौटाए गए हैं। इस देरी से नाराज़ होकर इज़रायल ने मानवीय सहायता वाले ट्रकों की संख्या आधी कर दी है।
The bodies of 4 hostages were returned to Israel.
The bodies of 24 hostages remain in Gaza.
Hamas is expected and required to return all deceased hostages and must immediately take the necessary steps to do so.
Israel will continue to work relentlessly to bring all our…
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) October 14, 2025
सोमवार को इज़रायल में लौटे 20 जीवित बंधकों के स्वागत में खुशी का माहौल था, लेकिन मृतकों की वापसी में देरी ने पूरे देश में गुस्सा भड़का दिया। बंधक परिवारों के संगठन ने इसे युद्धविराम समझौते का खुला उल्लंघन बताया और सरकार से इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग भी की।
गाज़ा से लौटे कई बंधकों की हालत बेहद खराब बताई जा रही है। डालिया कसनिर-हॉर्न ने बताया कि उनके देवर एतान हॉर्न ने महीनों की कैद में लगभग 40% वजन खो दिया।
गाज़ा की मानवीय स्थिति लगातार खराब होती देखी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और विश्व बैंक के साथ मिलकर किया गया अनुमान बताता है कि गाज़ा को फिर से ठीक करने के लिए करीब 70 अरब डॉलर की मदद चाहिए होगी। खान यूनिस से आए विस्थापित मोहम्मद अबू हाजरस ने कहा – ‘यहां अब न बिजली बची है, न पानी, न घर… बस उम्मीद ही बाकी है।’
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