(अलीशा रोड्रिग्वेज और माइकल डेजुअन्नी, क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी तथा टेमा लीवर, कर्टिन यूनिवर्सिटी)
ब्रिसबेन (ऑस्ट्रेलिया), तीन जून (360 इंफो) प्रस्तावित सोशल मीडिया प्रतिबंध हमें इस वास्तविक मुद्दे से भटका रहे हैं कि डिजिटल अनुभवों को बच्चों के लिए बेहतर कैसे बनाया जाए।
पूरे ऑस्ट्रेलिया में सरकारें अधिकार क्षेत्र के आधार पर 14 या 16 साल की आयु के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दे रही हैं।
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस कदम का समर्थन किया है। संघीय सरकार ने उम्र सत्यापन प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए 65 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर निवेश करने की प्रतिबद्धता जतायी है।
लेकिन ये प्रतिबंध बच्चों को इस बात पर चर्चा करने से रोक सकते हैं कि वे अपने जीवन में विश्वसनीय वयस्क लोगों के साथ ऑनलाइन मंचों का उपयोग कैसे कर रहे हैं और इससे बाद में सोशल मीडिया का छिप-छिपकर इस्तेमाल करने का जोखिम पैदा हो सकता है।
ऐसी घोषणाएं हमें उस बातचीत से विचलित कर देती हैं जो हमें वास्तव में करने की आवश्यकता है, मसलन- हम बच्चों और युवाओं के लिए सोशल मीडिया को बेहतर कैसे बना सकते हैं ताकि उन्हें ऑनलाइन सुरक्षित, खोजपूर्ण, मज़ेदार, मनोरंजक, सकारात्मक और शैक्षिक अनुभव मिलें?
सोलह साल की आयु के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए हाल में चलाए गए एक अभियान के बारे में एक रेडियो साक्षात्कार में अल्बनीज ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारे ऑस्ट्रेलियाई बच्चे बाहर खेलें, सामान्य तरीके से एक-दूसरे के साथ संवाद में अधिक समय व्यतीत करें और ऑनलाइन कम समय व्यतीत करें। ऐसा करने का एक तरीका सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाना है।’’
माता-पिता पर अनुचित जिम्मेदारी :
‘‘माता-पिता को डिजिटल प्रौद्योगिक के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करना चाहिए’’, यह रुख परिवारों पर जिम्मेदारी का बोझ डाल रहा है जो कि अनुचित है।
एक ऐसे भविष्य की कल्पना कीजिए जहां अभिभावकों के नियंत्रण की आवश्यकता नहीं है क्योंकि बच्चों के लिए डिजिटल अनुभव इतने अच्छे तरीके से बनाए गए हों।
इंटरनेट को बच्चों को ध्यान में रखकर नहीं बनाया गया लेकिन कुछ तरीकों में बदलाव किया जा सकता है।
इसका एक तरीका उम्र के उपयुक्त डिजाइन और पहुंच है।
उदाहरण के लिए पांच साल के बच्चे का इंटरनेट पर अनुभव 12 साल, 14 साल और 17 साल के बच्चे से अलग होगा।
एक समाज के तौर पर हमारा लक्ष्य बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता के डिजिटल उत्पाद और सेवाएं बनाना है जिसमें सोशल मीडिया शामिल हो सकता है जो उम्र के उपयुक्त अनुभव उपलब्ध कराए।
प्रतिबंध से क्या समस्या है?
उम्र सत्यापन परीक्षण 16 साल तक की आयु के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ा हुआ है, जिससे युवा लोगों के ऐसा महसूस करने का खतरा है कि उन्हें हमारी डिजिटल दुनिया में भविष्य के लिए शिक्षित करने के बजाए दंडित किया जा रहा है।
कुछ अन्य ठोस चीजें हैं जिन्हें बच्चों के लिए इंटरनेट को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है।
(360 इंफो) गोला वैभव
वैभव