This country made the world's first embryo without sperm, the result came

इस देश ने बिना स्पर्म के बना दिया दुनिया का पहला भ्रूण, रिजल्ट आया पॉजीटिव

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:30 PM IST, Published Date : August 8, 2022/1:43 pm IST

world’s first embryo : येरूशलम – इजरायल ने एक बार फिर पूरी दुनियां को अपनी काबिलियत से चौंका दिया हैं। देश ने आज वह करके दिखाया जो अमेरिका,रूस, चीन और जापान जैसे देश अभी तक नहीं कर पाए। इजरायल ने अपने टेक्नोलॉजी से दुनिया के तमाम देशों को अपनी ओर आकर्षिक कर लिया है। दरअसल, इजरायल ने दुलिया का पहला कृत्रिम भ्रूण तैयार किया है जो सच में हैरान कर देने वाला है। इससे खास बात यह है कि इस कृतिक भ्रूण का दिल भी धड़क रहा है और उसका दिमाग बनना भी तैयार हो गया है। वहीं अगर देखा जाए तो एक जीव को पैदा होने के लिए तीन आवश्यक चीजों की जरूरत होती है जिसमें स्पर्म, अंडा और कोख की जरूरत होती है जिससे बच्चे को 9 महिने तक सुरक्षित रखा जा सके। लेकिन इजरायल ने इन तीनों चीजों के बिना ही एक कृतिम भ्रूण का निर्माण कर दिया है और यही नहीं इसका रिजल्ट भी पॉजिटिव आया है। लेकिन आखिर इजरायल ने यह भ्रूण किस तरह और कैसे बनाया है।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

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तैयार हुआ कृतिक भ्रूण

world’s first embryo : इजरायल के Weizmann इंस्टीट्यूट ने स्टेम सेल्स के जरिए यह कारनामा किया है। पहले इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने अंदाजा लगाया कि इस तरह से भ्रूण तैयार किया जा सकता है और वे सफल हुए है। अब भ्रूण का दिल धड़कने लगा है और दिमाग भी तैयार होने लगा है। आपको बता दें कि यह भ्रूण चूहे का तैयार किया गया है जिससे अब पूंछ आदि का भी विकास शुरू हो गया है। यह एक तरह का कृत्रिण भ्रूण है, क्योंकि इसे फर्टिलाइज्ड अंडों के बिना बनाया गया है। इसके जरिए इन चीजों का पता करने में मदद लगेगी कि आखिर भ्रूण विकास के तरह किस तरह शरीर का निर्माण होता है। लेकिन, शोधकर्ताओं का मानना ​​​​है कि इससे जानवरों पर होने वाले प्रयोग को भी कम किया जा सकता है। इसके अलावा इंसानों के कई तरह के ट्रांसप्लांटेशन भी इनकी मदद ली जा सकती है। जैसे ल्यूकेमिया रोगी की स्किन कोशिकाओं को उनका इलाज करने के लिए बोनमैरो कोशिकाओं में बदला जा सकता है।

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world’s first embryo : स्टेम सेल से बनाए गए इस भ्रूण को खास तरह के स्थान पर रखा गया था और यहां ही भ्रूण को विकसित किया गया। यह इसलिए खास है क्योंकि बिना गर्भ के स्टेम सेल्स के जरिए जीव का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने वो ही सभी तरीके इस्तेमाल किए हैं, जो गर्भ में भ्रूण के विकास के लिए काम में आते हैं। इसमें प्राकृतिक तरीकों के इतर कृत्रिम तरीकों से निर्माण किया गया है और कृत्रिम तरीकों से ही वैसा माहौल भी दिया गया। बता दें कि पहले भी इस तरह की कोशिश की गई थी, लेकिन अक्सर कोशिकाओं का उत्पादन करना मुश्किल होता था, क्योंकि प्रत्यारोपण के लिए एक खास उत्तक के तौर पर उपयुक्त नहीं हो पाते थे। माना जा रहा है कि ये शोध आगे काफी रिसर्च के लिए अहम होगा और इसे आधार मानकर कई तरह के भ्रूण बनाने में मदद मिलेगी।

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