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Chicago Immigration: शिकागो में संघीय इमिग्रेशन एजेंसियों ने हाल के हफ्तों में अपनी कार्रवाई को बेहद आक्रामक बना दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों की इन नई रणनीतियों में हेलीकॉप्टर का उपयोग, स्कूलों के पास रासायनिक एजेंट फेंकना और अस्पताल में जनप्रतिनिधियों को हिरासत में लेना जैसी घटनाएं शामिल हैं। इन कार्रवाइयों ने शहर के पड़ोसों में भय और तनाव का माहौल बना दिया है। इलिनॉइस के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वो हमारे इलाकों को युद्ध क्षेत्र में तब्दील कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि एजेंट्स द्वारा टीयर गैस और स्मोक ग्रेनेड फेंकना नागरिक स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है।
शिकागो में स्थानीय और संघीय एजेंसियों के बीच तनाव और बढ़ गया जब एक लीक हुए मैसेज में सामने आया कि शहर की पुलिस को बॉर्डर पेट्रोल एजेंटों की मदद करने से मना कर दिया गया था, जबकि वो एक हिंसक झड़प के दौरान मदद मांग रहे थे।
रविवार को साउथ साइड के एक अपार्टमेंट में संघीय एजेंट्स ने ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर और बिना निशान वाली ट्रकों का इस्तेमाल करके 37 प्रवासियों को गिरफ्तार कर लिया। ऑपरेशन देर रात हुआ जब एजेंट्स ने इमारत को चारों ओर से घेरकर दरवाजे खटखटाए और निवासियों को बाहर निकाला। गिरफ्तार किए गए लोगों में बच्चे और माता-पिता भी शामिल थे जिन्हें जिप टाई से बांधा गया था। 67 वर्षीय अमेरिकी नागरिक रॉड्रिक जॉनसन को भी कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया, “एजेंट्स ने दरवाजा तोड़ दिया, मुझे जिप टाई में बांध दिया। जब मैंने वॉरंट और वकील की मांग की तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।”
Chicago Immigration: पिछले हफ्ते एक ऑपरेशन के दौरान एजेंट्स ने स्कूल के पास रासायनिक कैनिस्टर फेंके जिससे छात्रों को स्कूल में ही रुकना पड़ा। सिटी काउंसिल सदस्य जेसी फुएंटेस को अस्पताल में हाथकड़ी लगाई गई जब उन्होंने वॉरंट दिखाने की मांग की। राज्य प्रतिनिधि लिलियन जिमेनेज ने इसे “हमारे पड़ोस पर हमला” बताया और कहा कि ये संविधान और नागरिक स्वतंत्रता के खिलाफ है।
पिछले महीने शुरू हुए इस क्रैकडाउन में अब तक शिकागो क्षेत्र से 1,000 से ज्यादा प्रवासियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें कुछ अमेरिकी नागरिक, कानूनी प्रवासी और बच्चे भी शामिल हैं। ट्रंप प्रशासन यहां नैशनल गार्ड के सैनिक तैनात करने पर भी विचार कर रहा है। हर दिन शहर में नई कार्रवाइयां हो रही हैं जिससे 2.7 मिलियन आबादी वाले शिकागो में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थानीय एक्टिविस्ट, नेता और निवासी इसे “डराने की राजनीति” बता रहे हैं।