trump on india and russia relation/ image source: IBC24
Trump on India and Russia Relation: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत को लेकर एक बार फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं। ट्रंप ने यह भी कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा।
Trump on India and Russia Relation: व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल के निरंतर आयात पर चिंता व्यक्त की है, जिसके बारे में वाशिंगटन का मानना है कि यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध को फंडिंग में मदद करता है। ट्रंप ने कहा, “इसलिए मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है” उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा, “और उन्होंने आज मुझे आश्वस्त किया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। अब हमें चीन को भी यही करने के लिए कहना होगा।”
Trump on India and Russia Relation: अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की तेल खरीद ने अप्रत्यक्ष रूप से रूस के यूक्रेन पर आक्रमण को जारी रखने में मदद की है। उन्होंने कहा कि निरंतर व्यापार रूस को इस हास्यास्पद युद्ध को जारी रखने का मौका देता है जिसमें उसने डेढ़ लाख लोगों को खो दिया है।
उन्होंने कहा, “यह एक ऐसा युद्ध है जो कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था, लेकिन यह एक ऐसा युद्ध है जिसे रूस को पहले ही हफ्ते में जीत लेना चाहिए था और वे चौथे साल में प्रवेश कर रहे हैं। मैं इसे रुकते हुए देखना चाहता हूं।”
ट्रंप ने आगे कहा कि मोदी से आश्वासन लेना उनके उस कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा था जिसमें वे मॉस्को की ऊर्जा से होने वाली आमदनी को काटना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “अब हमें चीन को भी यही करने के लिए कहना होगा। चीन पर दबाव डालना पिछले हफ्ते हम जो मध्य पूर्व में कर चुके हैं, उसकी तुलना में आसान होगा।”
बता दें कि ट्रंप का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव बढ़ा रहा है कि पश्चिमी प्रतिबंध प्रभावी हों और रूस की सेना को फंडिंग न मिल पाए.
गौरतलब है कि भारत ने बार-बार अपने रूस से तेल आयात का बचाव किया है और इसे अपनी ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए आवश्यक बताया है। पूर्व में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था, “भारत की ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हित से संचालित होती है। हम किसी भी देश से राजनीतिक विचारों के आधार पर आयात नहीं करते। हमारे निर्णय बाज़ार की वास्तविकताओं से प्रेरित होते हैं।”