Donald Trump / Image Source: IBC24
Donald Trump: वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपनी हाल ही में हुई मुलाकात को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि उनके और पुतिन के बीच लंबे समय से अच्छे संबंध रहे हैं और अब दोनों नेता समझौते की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह के समझौते करना बेहद कठिन होता है लेकिन उनके प्रयासों से ये संभव हो पाया।
ट्रम्प ने इस बैठक को लेकर विशेष रूप से कहा कि उन्होंने युद्ध को समाप्त करना संभव बनाया। उन्होंने दावा किया कि ये ‘कमाल की बात’ है क्योंकि कई नेताओं ने इसे पूरा करने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए। ट्रंप ने अपने बयान में कहा, ‘मैंने इसे पूरा किया।’ उन्होंने इस संदर्भ में भारत और पाकिस्तान के बीच के समझौते का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने जितने भी समझौते किए उनमें से रूस और यूक्रेन वाला सबसे कठिन था। उन्होंने ये भी बताया कि दोनों देशों के बीच गहरी नफरत है और जेलेंस्की और पुतिन के बीच तनाव अत्यधिक है। इसके बावजूद, ट्रंप ने इसे संभालने और समझौते की दिशा में काम करने का दावा किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन ने भी इस प्रयास को सराहा और इसे ‘कमाल की बात’ बताया। उन्होंने स्वीकार किया कि इस तरह का कदम बहुत कठिन परिस्थितियों में किया गया क्योंकि कई देशों ने इस दिशा में प्रयास किए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। ट्रंप ने कहा कि इस समझौते में सबसे बड़ी चुनौती यूक्रेन और रूस के बीच गहरी नफरत और संघर्ष को पाटना था। उन्होंने ये भी उल्लेख किया कि मध्य पूर्व में शांति लाना बहुत मुश्किल था लेकिन इस प्रयास में उन्हें सफलता मिली।
ट्रंप और पुतिन की ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने बातचीत और मध्यस्थता के जरिए इस मुश्किल स्थिति को संभाला। उन्होंने ये भी कहा कि युद्ध में फंसे देशों के बीच समझौता करना आसान नहीं होता लेकिन उन्होंने इसे संभव बनाया। हालांकि, अभी तक कोई फाइनल समझौता समय-सीमा या शांति का प्लान सामने नहीं आया है। रूस की तरफ से कुछ शर्तें रखी गई हैं जैसे कि यूक्रेन नाटो में शामिल न हो और कुछ इलाके रूस के नियंत्रण में रहें। इन शर्तों पर अभी भी बातचीत जारी है।
ट्रंप का ये बयान इस बात का संकेत देता है कि अमेरिका और रूस शांति प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच जल्द नई बैठक होने की संभावना है जिसमें युद्ध और समझौते के मुद्दों पर चर्चा होगी। ये भी स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन और रूस किस सीमा तक इन प्रस्तावों को स्वीकार करेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी स्थायी समझौते के लिए समय, विश्वास और स्पष्ट रणनीति की आवश्यकता होगी।