ट्यूनिस, 23 मई (भाषा) ट्यूनीशिया की एक अदालत ने बुधवार को दो टीवी और रेडियो पत्रकारों को उनके कार्यक्रमों और सोशल नेटवर्क पर सरकार की आलोचना करने के लिए एक साल की जेल की सजा सुनाई।
ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति कैस सईद के संदर्भ में अदालत के प्रवक्ता मोहम्मद जितूना ने कहा कि बोरहाने बैस और मुराद जेगिदी को फर्जी खबरें फैलाने के लिए छह महीने की जेल और दूसरों को बदनाम करने के उद्देश्य से गलत बयान देने के लिए छह महीने की अतिरिक्त सजा दी गई है।
बैस और जेगिदी पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और वकीलों के एक व्यापक समूह में से हैं, जिन पर डिक्री 54 के तहत आरोप लगाए गए हैं। डिक्री 54 एक कानून है जो सार्वजनिक सुरक्षा या राष्ट्रीय रक्षा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ‘फर्जी खबरों’ के प्रसार को अपराध के रूप में वर्गीकृत करता है।
बैस और जेगिदी ने अपने खिलाफ लगाये गये आरोपों से इंकार किया है। दोनों ने कहा कि वे ट्यूनीशिया के राजनीतिक और आर्थिक विकास पर विश्लेषण प्रस्तुत कर अपना काम कर रहे थे।
दोनों पत्रकारों के खिलाफ मुकदमे की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई। मुकदमे की ट्यूनीशिया में भी आलोचना हुई और दोनों के समर्थन में कई पत्रकार अदालत के बाहर एकत्र हुए।
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नरेश
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