ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने युवाओं को वास्तविक दुनिया से जोड़ने के लिए पैकेज की शुरुआत की

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने युवाओं को वास्तविक दुनिया से जोड़ने के लिए पैकेज की शुरुआत की

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  • Publish Date - August 6, 2025 / 07:55 PM IST,
    Updated On - August 6, 2025 / 07:55 PM IST

लंदन, छह अगस्त (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने बुधवार को 8.8 करोड़ पाउंड के युवा सेवा पैकेज जारी किया, जिसका उद्देश्य किशोरों को स्क्रीन से दूर रखकर वास्तविक जगत की बाहरी गतिविधियों के माध्यम से अपने आसपास की दुनिया से फिर से जोड़ना है।

‘बिल्डिंग क्रिएटिव फ्यूचर्स’ कोष स्कूली बच्चों को नियमित स्कूली दिनों के अलावा खेल, कला और संगीत, वाद-विवाद या स्वयंसेवा जैसी पाठ्येतर गतिविधियों तक बेहतर पहुंच प्रदान करता है ताकि उनके आवश्यक कौशल में सुधार हो सके।

‘बेटर यूथ स्पेसिस’ कार्यक्रम की योजना उन क्षेत्रों में युवा क्लबों के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बनाई गई है, जहां गरीब बच्चे सबसे ज्यादा हैं। इसमें नए जिम उपकरण आदि शामिल हैं।

स्टॉर्मर ने कहा, ‘‘आजकल बच्चे ऑनलाइन दुनिया में आगे बढ़ते हुए, अक्सर खुद को घर पर अलग-थलग और अपने समुदायों से कटा हुआ पाते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक सरकार के रूप में, इस चिंताजनक प्रवृत्ति पर कार्रवाई करना हमारा कर्तव्य है। आज का निवेश एक बेहतर विकल्प प्रदान करने के बारे में है: परिवर्तनकारी, वास्तविक दुनिया के अवसर जिनका देश भर के समुदायों पर प्रभाव पड़ेगा, ताकि युवा कुछ नया खोज सकें, अपनी ऊर्जा पा सकें और आत्मविश्वास और जीवन कौशल विकसित कर सकें जो कोई भी एल्गोरिदम नहीं सिखा सकता।’’

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी परिवर्तन योजना के माध्यम से, हम न केवल अपने बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा प्रदान करके, बल्कि उन्हें वह समर्थन और अवसर प्रदान करके माता-पिता का समर्थन कर रहे हैं जिसके वे हकदार हैं ताकि कोई भी बच्चा वंचित न रहे।’’

ब्रिटेन की संस्कृति मंत्री लिसा नंदी ने कहा, ‘‘आज की घोषणा तो बस शुरुआत है। इस शरद ऋतु में इस योजना के आरंभ से पहले अपनी राष्ट्रीय युवा रणनीति विकसित करते हुए, हम युवाओं को अपनी मिशन-आधारित सरकार के केंद्र में रखकर अपनी परिवर्तन योजना को पहले से ही क्रियान्वित कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उन्हें वो समर्थन और अवसर मिलें जिसके वे हकदार हैं ताकि कोई भी पीछे न छूटे।’’

भाषा वैभव नरेश

नरेश