मलेशिया में आम चुनाव के लिए मतदान आरंभ

मलेशिया में आम चुनाव के लिए मतदान आरंभ

मलेशिया में आम चुनाव के लिए मतदान आरंभ
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: November 19, 2022 8:41 am IST

कुआलालंपुर, पांच नवंबर (एपी) मलेशिया में आम चुनाव के लिए शनिवार को मतदान आरंभ हो गया।

यह चुनाव तय करेगा कि देश में सबसे लंबे तक शासन करने वाला गठबंधन चार साल पहले मिली चुनावी हार के बाद फिर से चुनावी जीत हासिल कर पाएगा या नहीं।

विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम के नेतृत्व में राजनीतिक सुधारक दूसरी बार जीत मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि परिणाम का पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है और अगर त्रिशंकु संसद होती है तो नए गठबंधन बन सकते हैं।

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बोर्नियो द्वीप के दो राज्यों में सुबह साढ़े सात बजे मतदान केंद्र खुल गए और इसके आधे घंटे बाद मलेशियाई प्रायद्वीप में मतदान की प्रक्रिया आरंभ हो गई। देश के कई हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया गया है। ऐसे में सुबह ही कई शहरों में मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं।

इस चुनाव में संघीय संसद की 222 सीट और तीन राज्यों के सदनों के प्रतिनिधियों के लिए 2.1 करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के लिए पात्र हैं। निर्वाचन आयोग ने मतदान का समय बढ़ाकर नौ से 10 घंटे कर दिया है, यानी दिन में बाद में चुनाव परिणाम आने की उम्मीद है।

मुख्य मुकाबला ‘यूनाइटेड मलयेज नेशनल ऑर्गेनाइजेशन’ (यूएमएनएल) के नेतृत्व वाले गठबंधन और अनवर के नेतृत्व वाले पकतन हरपन (पीएच) यानी ‘एलायंस ऑफ होप’ के बीच है। पूर्व प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासीन के नेतृत्व वाला ‘नेशनल एलायंस’ भी कड़ी टक्कर दे सकता है। कई चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के अनुसार, अनवर के गठबंधन को बढ़त मिल सकती है, लेकिन उसे मिलने वाली सीटें बहुमत से कम रह सकती हैं, जबकि कुछ सर्वेक्षणों में यूएमएनएल के नेतृत्व वाले बारिसन नेशनल यानी ‘नेशनल फ्रंट’ को जीत मिलने की संभावना जतायी गई है।

बारिसन नेशनल गठबंधन 1957 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से देश की सत्ता पर काबिज रहा, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते वर्ष 2018 के चुनाव में उसे अनवर के गठबंधन पीएच से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस चुनाव के बाद एक समय शक्तिशाली रहे यूएमएनओ के नेताओं को भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जाना पड़ा और मलेशिया में बदलाव की उम्मीद जगी, लेकिन दलबदल के कारण 2020 की शुरुआत में पीएच सरकार गिर गई और एक बार फिर यूएमएनओ सत्ता में आ गया।

एपी सिम्मी अमित

अमित


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