पाक में बच्चों के सामने महिला से सामूहिक दुष्कर्म

पाक में बच्चों के सामने महिला से सामूहिक दुष्कर्म

  •  
  • Publish Date - September 10, 2020 / 02:55 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

एम जुल्करनैन

लाहौर, 10 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब में एक राजमार्ग पर लुटेरों ने एक महिला से उनके तीन बच्चों के सामने कथित रूप से बलात्कार किया । इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा है।

पुलिस ने बताया कि महिला बुधवार को अपनी कार से लाहौर-सियालकोट राजमार्ग से अपने घर जा रही थी, लेकिन गुज्जरपुर इलाके के पास उनकी कार किसी कारण से बंद हो गई।

महिला ने प्राथमिकी में बताया है कि वह उन्हें और उनके बच्चों को लेने आने के लिए अपने किसी रिश्तेदार का इंतजार कर रही थी, लेकिन वहां दो हथियारबंद लुटेरे आ गए और उन्होंने कार की खिड़की तोड़ी तथा उनपर हमला कर दिया।

पुलिस ने बताया कि लुटेरे उन्हें और उनके बच्चों को पास के खेत में ले गए और वहां महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया।

पुलिस के दिए बयान में महिला ने बताया कि वे उनका बटुआ भी ले गए, जिसमें नकद, जेवरात और तीन एटीएम कार्ड रखे थे।

लाहौर के नव नियुक्त पुलिस प्रमुख उमर शेख ने कहा कि उन्होंने अपराधियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं।

उन्होंने बताया कि 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।

बहरहाल, शेख ने घटना के लिए महिला को ‘दोषी’ बताते हुए कहा, ‘उन्हें गुजरंवाला में अपने घर के लिए जीटी रोड से जाना चाहिए था।’

राजनीतिक नेताओं, नागरिक समाज और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने घटना की निंदा करते हुए इसके लिए पंजाब सरकार को कसूरवार ठहराया है जो प्रांत में कानून एवं व्यवस्था कायम रखने में नाकाम रही है।

विपक्षी जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख और सीनेटर सिराज- उल -हक ने अपराधियों को पकड़ने के लिए पंजाब की हुकूमत को 48 घंटे की समयसीमा दी है और इस समयसीमा में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर देशभर में प्रदर्शन शुरू करने की धमकी दी है।

उन्होंने कहा, ‘ प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी टीम ने पंजाब में पुलिस का राजनीतिकरण किया है। पुलिस अफसरों में बेहतर ओहदे लेने के लिए लड़ाई चल रही है और कोई भी बदतर होती कानून एवं व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ‘

पीएमएल-एन के प्रमुख और कौमी (राष्ट्रीय) असेम्बली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने कहा कि इस घटना से ज्यादा शर्म की बात कुछ हो ही नहीं सकती है।

भाषा

नोमान मनीषा

मनीषा