बीजिंग, 25 सितंबर (भाषा) चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा है कि अमेरिकी विरोध के बावजूद दुनिया को वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने और एनडीसी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
शी ने चीन के नये लक्ष्य का भी एलान किया जिसके तहत वर्ष 2035 तक उत्सर्जन में सात से 10 फीसदी की कटौती की जाएगी।
शी ने बुधवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा, ‘‘चीन 2035 तक अपनी अर्थव्यवस्था में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को उसके चरम स्तर से सात से 10 प्रतिशत तक कम कर देगा तथा बेहतर करने के लिए प्रयासरत है।’’
चीन सबसे बड़ा कार्बन प्रदूषण फैलाने वाला देश है, जिसके बाद अमेरिका का स्थान है। शी ने कहा कि चीन कुल ऊर्जा खपत में गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी को 30 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ाएगा, पवन और सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता को 2020 के स्तर से छह गुना से अधिक तक बढ़ाएगा, कुल वन क्षेत्र को 24 अरब घन मीटर से अधिक तक बढ़ाएगा और नए वाहनों की बिक्री में नवीन ऊर्जा से संचालित वाहनों को मुख्यधारा में लाएगा।
शी ने अमेरिका का सीधे नाम लिए बिना कहा, ‘‘हरित और कम कार्बन उत्सर्जन आज के समय का चलन है। लेकिन कुछ देश इसके खिलाफ काम कर रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सही दिशा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय को अपने विश्वास पर अडिग रहते हुए निरंतर कार्य करते रहना चाहिए और वैश्विक जलवायु शासन पर सहयोग को और अधिक सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने के उद्देश्य से एनडीसी (राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान) के निर्माण और कार्यान्वयन पर जोर देना चाहिए।
शी की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने जलवायु परिवर्तन की निंदा करते हुए इसे ‘दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी’ करार दिया था और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को खारिज कर दिया था।
भाषा संतोष नरेश
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