(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 22 अगस्त (भाषा) पाकिस्तानी सेना के कट्टर आलोचक एक यूट्यूबर को पंजाब प्रांत में कथित तौर पर ‘‘धार्मिक नफरत’’ फैलाने और सोशल मीडिया पर ‘‘संस्थाओं विशेषकर सेना को बदनाम करने’’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी प्राधिकारियों ने दी।
जाने-माने राजनीतिक टिप्पणीकार ओर्या मकबूल जान की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब खुफिया एजेंसियों ने एक अन्य यूट्यूबर एवं हास्य कलाकार का शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की कथित तौर पर आलोचना करने के लिए एक सप्ताह पहले अपहरण कर लिया था।
संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की साइबर अपराध शाखा ने कहा कि उसने बृहस्पतिवार को लाहौर में जान के आवास पर छापा मारा और उन्हें एक ‘महत्वपूर्ण हस्ती’ और संस्थानों के खिलाफ धार्मिक नफरत फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया।
स्तंभकार, कवि, नाटककार जान के यूट्यूब चैनल पर दस लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं। पिछले साल उन्हें राजनीति में सेना की भूमिका की खुलेआम आलोचना करने और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का समर्थन करने के कारण खुफिया एजेंसियों ने कई दिनों तक हिरासत में रखा था।
पिछले अगस्त में पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख खान की गिरफ्तारी के बाद, देश में कई पत्रकारों और यूट्यूबर को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच गिरफ्तारी, हिंसा और धमकियों का सामना करना पड़ा।
पिछले हफ्ते की शुरुआत में, एक अन्य पाकिस्तानी यूट्यूबर और कॉमेडियन औन अली खोसा को शहबाज शरीफ सरकार और उसके समर्थकों की आलोचना करने वाला गाना गाने के लिए खुफिया एजेंसियों ने कथित तौर पर अपहरण कर लिया था। हालांकि, उनके वकील ने सोमवार को कहा कि वह पंजाब प्रांत में अपने घर लौट आए हैं।
भाषा अमित पवनेश
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