नई दिल्ली। Virginity Test of Girls : सदियों से चली आ रही कई कुप्रथा आज भी कहीं न कहीं देखने को मिल रही हैं। आज के इस दौर में लड़कियों में शादी को लेकर उत्त्साह कम डर ज्यादा देखने को मिलता है। यह डर लड़कियों में अपनी वर्जिनिटी लेकर होती हैं। ऐसा कहा जाता है, कि हाइमन (hymen) सिर्फ सेक्स से ही टूटता हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं। हाइमन का टूटना कई वजहों से हो सकती है, जैसे कूदना, साइकिल चलाना, टैम्पोन का इस्तेमाल करना। इन्हीं डर से लड़कियां सोचती है, की कहीं उनका दूल्हा सुहागरात वाली रात उन्हें छोड़ तो नहीं देगा या उनके चरित्र को लेकर सवाल तो नहीं उठाएगा। राजस्थान के भीलवाड़ा में ऐसे ही लोग रहते हैं। दरसअल, यहां की लड़कियों को वर्जिनिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
राजस्थान की सांसी जनजाति की कुकड़ी प्रथा एक ऐसी प्रथा है, जिसमें दुल्हनों को वर्जनिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है। दुल्हनों के लिए यह अग्निपरीक्षा होती है। यहां दुल्हनों को अपने आपको पवित्र साबित करने का यही मौका होता है। इस टेस्ट में दुल्हन फेल हो गई तो उनके साथ मारपीट तो की ही जाती है साथ ही साथ दुल्हन के मायके वालों पर जुर्माना लगाया जाता हैं। इस रस्म से हर नई नवेली दुल्हनों को गुजरना पड़ता हैं।
इस प्रथा के दौरान शादी के बाद लड़की जब अपने कमरे में प्रवेश करती है, तब उसके ससुराल पक्ष की औरतें उसकी तलाशी लेते हैं। यह देखने के लिए की कहीं दुल्हन के पास पिन या लाल रंग तो नहीं है। इसके बाद उसका पति सफ़ेद चादर लेकर कमरे में जाता हैं और उस पर सबंध बनता है। अगर चादर में खून के निशान न दिखे तो दुल्हन को अपवित्र माना जाता हैं। इसके बाद इस बात का ढिंढोरा पति पूरे समाज में पीटने लगता है। समाज के सामने उसका पति चिल्ला-चिल्ला कर कहता है कि उसकी पत्नी चरित्रहिन हैं। फिर ससुराल वाले लड़की को सबके सामने नंगा करके मारते हैं, और लड़की के घरवालों पर जुर्माना लगाते हैं। इतना ही नहीं लड़की को प्रताड़ित करने के बाद उससे उसके यार का नाम भी पूछा जाता हैं।
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लड़की को अपनी पवित्रता साबित करने के लिए दो अग्निपरीक्षा देनी पड़ती हैं। पहले मौके में लड़की को नदी या तालाब पर खड़ा कर दिया जाता हैं। जिसके बाद गांव का कोई एक आदमी 100 कदम चलता है। आदमी के 100 कदम पूरे होने तक लड़की को अपनी सांस रोकर रखनी होती हैं। अगर वह इस टेस्ट में फेल होती है, तो उसे अपवित्र माना जाता हैं।
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दूसरी अग्निपरीक्षा पार करने के लिए दुल्हन के हाथों में पीपल का पत्ता रखकर उसके ऊपर गर्म तवा रख दिया जाता हैं। हाथ जल गया तो लड़की चरित्रहीन होती हैं और फिर पंच लड़की वाले के घरवालों को बुलाते है। इसके बाद पंच उनपर लाखों का जुर्माना लगा देती है। अपनी पवित्रता साबित करने के लिए लड़की के पास ये दो ही मौके होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर लड़की पवित्र साबित होती है, तो भी लड़की के मायके वालों को आधा जुर्माना देना पड़ता हैं।
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