विभाजन के बाद सिर्फ सनातन धर्म के लोगों को ही यहां रहना चाहिए था, केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान |

विभाजन के बाद सिर्फ सनातन धर्म के लोगों को ही यहां रहना चाहिए था, केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान

विभाजन के बाद सिर्फ सनातन धर्म के अनुयायियों को ही यहां रहना चाहिए था: गिरिराज Only followers of Sanatan Dharma should have stayed here after Partition: Giriraj Singh

विभाजन के बाद सिर्फ सनातन धर्म के लोगों को ही यहां रहना चाहिए था, केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान
Modified Date: December 3, 2022 / 11:45 pm IST
Published Date: December 3, 2022 10:50 pm IST

followers of Sanatan Dharma: बेगूसराय । 3 दिसंबर । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को इस बात पर अफसोस जताया कि ‘‘धर्म के आधार पर विभाजन के समय’’ यह सुनिश्चित नहीं किया गया था कि ‘‘केवल सनातन धर्म के अनुयायी ही भारत में रहें’’।

भाजपा नेता सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक कानून की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए हिंदू समुदाय के बारे में असम के नेता बदरुद्दीन अजमल द्वारा की गई कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर गुस्सा जताते हुए यह टिप्पणी की।

गिरिराज सिंह ने यहां कहा, ‘‘देश को धर्म के नाम पर बांटा गया था, यदि तब यह सुनिश्चित किया गया होता कि केवल सनातन धर्म को मानने वाले ही भारत में रहेंगे, तो हमें बदरुद्दीन और (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन प्रमुख) असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों के अपशब्द नहीं सुनने पड़ते।’’

देश में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित किए किए जाने की आवश्यकता जताते हुए सिंह ने ‘‘बदरुद्दीन और उनके जैसे लोगों को चीन के खिलाफ’’ बोलने की चुनौती दी, ‘‘जहां वर्षों से मजबूत जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पड़ोसी देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) 1980 के दशक के अंत तक हमारी तुलना में कम थी। देखिए वे अब कहां पहुंच गए हैं।’’

सिंह ने कहा, ‘‘चीन के जनसंख्या कानून ने उस देश के मुसलमानों सहित किसी को भी छूट नहीं दी है। हम दुनिया की 20 प्रतिशत आबादी हैं, भले ही हमारा क्षेत्र दुनिया भर में कुल भूमि द्रव्यमान का सिर्फ 2.5 प्रतिशत है। जब तक हम जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए कदम नहीं उठाते हैं, तब तक हम स्थायी आर्थिक विकास हासिल नहीं कर सकते।’’

read more:  कुढनी उपचुनावः चुनाव प्रचार के अंतिम दिन चिराग और रवि किशन ने की जनसभाएं

read more:  महाराष्ट्र : चॉकलेट खाने से 17 छात्रों को हुई खाद्य विषाक्तता की शिकायत, बांटने वाले की तलाश जारी

 

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer और शिफ्ट इंचार्ज हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है।