Prashant Kishor PC, image source : ANI
पटना: Prashant Kishor PC, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मिली करारी हार के चार दिन बाद जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पटना के पाटलिपुत्र गोलंबर स्थित जन सुराज कैंप में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने चुनावी नतीजों पर खुलकर बात की और हार की पूरी जिम्मेदारी खुद पर ली। किशोर ने कहा कि सिर्फ साढ़े तीन प्रतिशत वोट मिलने के बाद भी इतने पत्रकारों का यहां आना बड़ी बात है। हमने ईमानदार प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। सत्ता परिवर्तन तक नहीं करा सके, जरूर कहीं गलती हुई। मैं शत-प्रतिशत जिम्मेदारी लेता हूं और इसके लिए माफी मांगता हूं।
उन्होंने बताया कि वे दो दिन बाद भीतहरवा आश्रम में एक दिन का मौन उपवास करेंगे। पार्टी के अन्य नेता भी चाहें तो जहां हैं वहीं उपवास रख सकते हैं।
Prashant Kishor challenged,प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जातीय समीकरणों और धार्मिक ध्रुवीकरण के सहारे चुनाव जीते जाते हैं, लेकिन जन सुराज ने न जाति का सहारा लिया और न ही हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की। उन्होंने कहा कि “जो लोग इन सबका सहारा लेकर जीत गए हैं, उन्हें इसका जवाब देना होगा। मैं बिहार छोड़ने वाला नहीं हूं। बिहार को सुधारना मेरा संकल्प है।”
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि पहली बार किसी सरकार ने चुनाव से पहले 40 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का वादा कर वोट जुटाए। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में 60–62 हजार लोगों को 10 हजार रुपये दिए गए।जीविका दीदी, आंगनबाड़ी, आशा और ममता कार्यकर्ताओं पर 10 हजार करोड़ खर्च हुए। कुल मिलाकर लगभग 29 हजार करोड़ रुपये बांटे गए। किशोर ने कहा कि वे इस पर बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि सरकारी तंत्र का बड़ा इस्तेमाल कर वोट प्रभावित किए गए।
प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने महिलाओं को 2-2 लाख रुपये देने का वादा किया था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 1.5 करोड़ महिलाओं को छह महीने में 2-2 लाख नहीं दिए गए, तो साफ है कि 10 हजार रुपये सिर्फ वोट खरीदने के लिए दिए गए थे। अगर सरकार यह पैसा दे देती है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इसके लिए उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया, जिस पर वे महिलाएं संपर्क कर सकती हैं जिन्हें वादा किए गए 2 लाख रुपये नहीं मिलते।
प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने राज्य के भ्रष्ट मंत्रियों को लेकर तथ्य सामने रखे थे, लेकिन सरकार ने किसी पर कार्रवाई नहीं की और जनता ने भी उन्हें भारी मतों से जिता दिया। उन्होंने कहा अगर ऐसे नेता मंत्रिमंडल में शामिल किए जाते हैं, तो जरूरत पड़ने पर मैं कोर्ट जाऊंगा।
प्रशांत किशोर ने मधुबनी विधानसभा सहित पांच सीटों पर सवाल उठाया कि जिन दलों के चुनाव चिन्ह तक जनता नहीं जानती, उनके प्रत्याशियों को एक लाख से अधिक वोट कैसे मिले। बिहार की 243 सीटों में जन सुराज पार्टी ने 238 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें से 233 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। प्रशांत किशोर के गृह जिले रोहतास की सातों सीटों पर पार्टी की जमानत जब्त हो गई।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में नई हलचल मच सकती है। वर्ल्ड बैंक फंडिंग और कथित रूप से चुनाव में सरकारी तंत्र के प्रयोग को लेकर विपक्ष अब और आक्रामक हो सकता है। जन सुराज की आगे की रणनीति और नीतीश सरकार पर लगाए गए आरोप अगले कुछ दिनों तक राजनीतिक चर्चा का केंद्र बने रहेंगे।