Bihar Politics: निशांत के राजनीति प्रवेश में उनके पिता नीतीश के करीबी ही डाल रहे अडंगा.. इस नेता ने कर दिया बड़ा दावा, चुनाव से पहले छिड़ा नया सियासी घमासान

निशांत के राजनीति प्रवेश में उनके पिता नीतीश के करीबी ही डाल रहे अडंगा.. Tejashwi Yadav claims Nitish Kumar's close aides were the obstacles in his son's entry into politics

  • Reported By: Deepak Sahu

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  • Publish Date - June 18, 2025 / 06:55 PM IST,
    Updated On - June 18, 2025 / 07:15 PM IST

Bihar Politics. Image Source-IBC24 Archive

पटना: Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी ही सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू)सुप्रीमो (नीतीश) के बेटे निशांत के राजनीतिक करियर में रोड़े अटका रहे हैं जबकि वह सियासी पारी शुरू करने को लेकर इच्छुक हैं। तेजस्वी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि कुमार की ‘‘भूंजा पार्टी’’ में शामिल होने वाले लोग, जो मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के लिए बोलचाल का शब्द है, अपने बच्चों को बढ़ावा देने में व्यस्त हैं।

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Bihar Politics: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने आरोप लगाया, ‘‘नीतीश कुमार की ‘भूंजा पार्टी’ उनकी अस्वस्थ मन:स्थिति का पूरा फायदा उठा रही है। उनमें से कई ने अपने बच्चों और करीबी रिश्तेदारों को प्रभावशाली निकायों में नियुक्त करा दिया है।’’ राजद नेता ने हाल के दिनों में राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार पर पक्षपात के आरोप लगा हमले तेज किये हैं। उनके इस तंज कि सरकार के लिए बेहतर होगा कि वह एक ”दामाद आयोग” स्थापित कर दे, को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई थी।

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तेजस्वी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी ‘‘निशांत के राजनीति में प्रवेश की संभावना से खतरा महसूस कर रहे हैं, जबकि उनके पिता और वह दोनों इसके लिए इच्छुक प्रतीत होते हैं।’’ कुछ समय से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि 47 वर्षीय निशांत अपने पिता, जो अब 70 वर्ष के हो चुके हैं, के ‘‘उत्तराधिकारी’’ के रूप में सार्वजनिक जीवन में प्रवेश कर सकते हैं। निशांत हाल में कई मौकों पर मीडिया के सामने आए हैं और राजनीति के बारे में बात करने से परहेज नहीं करते हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन में उनके प्रवेश के बारे में पूछे गए सवालों को हमेशा ही टाल देते हैं। तेजस्वी ने प्रभावशाली मंत्री अशोक चौधरी के बयान पर भी चुटकी ली, जिनके दामाद सयान कुणाल को बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।

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सायन के दिवंगत पिता और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल पटना स्थित महावीर मंदिर के प्रबंधन वाले ट्रस्ट के प्रमुख थे, जो संभवतः राज्य के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। जद (यू) के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी ने यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि जिसका अपना दामन दागदार है वह दूसरों पर निशाना साध रहा है। उन्होंने कहा कि युवा सायन को ‘आरएसएस कोटे से’ राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का सदस्य बनाया गया है। राजद नेता ने मंत्री के बयान को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा, ‘‘यह केवल उसी बात की पुष्टि करता है जोकि हम हमेशा से कहते आ रहे हैं – भाजपा-आरएसएस ने मुख्यमंत्री को हाईजैक कर लिया है। हम उम्मीद करते हैं कि और ज्यादा जदयू नेता यह बात स्वीकार करेंगे।’’ यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे के सवाल पर कहा, ‘‘ वह हमारे युवाओं को नौकरी देने के लिए यहां नहीं आ रहे हैं, जो बिहार की सबसे बड़ी जरूरत है। प्रधानमंत्री, जो भाई-भतीजावाद के खिलाफ बोलना पसंद करते हैं, उन्हें यहां राजग नेताओं के साथ मंच साझा करने में कोई हिचक नहीं है, जो अपने परिवार के सदस्यों को बेशर्मी से बढ़ावा दे रहे हैं।’’

तेजस्वी यादव ने ‘भूंजा पार्टी’ से क्या मतलब निकाला है?

यह शब्द उन्होंने नीतीश कुमार के उन करीबी साथियों के लिए प्रयोग किया है, जो उनके प्रभाव में रहते हुए अपने परिवारजनों को सरकारी पद दिलाने में लगे हैं।

क्या निशांत कुमार राजनीति में आ रहे हैं?

हालांकि निशांत कुमार सार्वजनिक रूप से राजनीति में आने से बचते रहे हैं, लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे अपने पिता नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी के रूप में सामने आ सकते हैं।

किसे निशाना बनाया गया है भाई-भतीजावाद के लिए?

तेजस्वी यादव ने विशेष रूप से मंत्री अशोक चौधरी को निशाना बनाया है, जिनके दामाद सायन कुणाल को धार्मिक न्यास बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।

क्या प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे पर भी सवाल उठाए गए हैं?

हां, तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री युवाओं को नौकरी देने नहीं आ रहे हैं, बल्कि उन राजग नेताओं के साथ मंच साझा करने आ रहे हैं जो परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।

जदयू ने इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया दी है?

जदयू नेता अशोक चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव खुद दागदार हैं और उन्हें दूसरों पर आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।