अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों को किया भंग, नए सिरे से गठन करने का बना रहे प्लान |Akhilesh Yadav dissolves all the units except the state president of the party

अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों को किया भंग, नए सिरे से गठन करने का बना रहे प्लान

पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा, सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय,राज्य, जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है ।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 05:39 PM IST, Published Date : July 3, 2022/4:16 pm IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों और एमएलसी चुनावों के बाद अब हालिया रामपुर और आजमगढ़ उपचुनावों में हार के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। इसमें पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा, सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय,राज्य, जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। अखिलेश यादव अब नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की दिशा में काम कर सकते हैं।

Read More:शिंदे सरकार की आज अग्निपरीक्षा, विधानसभा अध्‍यक्ष का होगा चुनाव, राहुल नार्वेकर को बनाया उम्‍मीदवार 

समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए रविवार को अखिलेश यादव के इस फैसले की जानकारी दी  है। इसमें कहा गया है, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से सपा यूपी के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय,राज्य, जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है।” फिलहाल उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हैं।

Read More: 11 दिन बाद दुनिया में होगा बड़ा विनाश! आसमान से धरती के तरफ आ रही है ये बड़ी आफत

विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा उपचुनावों में सपा को रामपुर और आजमगढ़ के मजबूत गढ़ भी गंवाने पड़े हैं। आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया जबकि रामपुर से घनशयाम लोधी ने जीत हासिल की। विधानसभा चुनावों के बाद एमएलसी चुनावों में भी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में भी बीजेपी को जबरदस्त जीत हासिल हुई जबकि, समाजवादी पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका।

Read More: गोधरा कांड के बाद गुजरात में भड़के थे दंगे, 1200 से अधिक लोगों की गई जान…