Asaduddin Owaisi on Ram: संसद में ओवैसी ने भी लिया ‘प्रभु श्री राम’ का नाम, कहा- मैं वह काम करूंगा जो आपको पसंद नहीं

Asaduddin Owaisi on Ram: संसद में ओवैसी ने भी लिया 'प्रभु श्री राम' का नाम, कहा- मैं वह काम करूंगा जो आपको पसंद नहीं

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  • Publish Date - February 10, 2024 / 04:40 PM IST,
    Updated On - February 10, 2024 / 04:40 PM IST

Asaduddin Owaisi on New Criminal Laws

नई दिल्ली: Asaduddin Owaisi on Ram संसद के निचले सदन में आज राम मंदिर पर चर्चा हुई। इस दौरान सदन के भीतर विपक्ष के सांसदों ने सरकार को घेरने की कोशिश की। राम मंदिर पर चर्चा में हिस्सा लेने वाले सांसदों में एक नाम असदुद्दीन ओवैसी का भी था। राम मंदिर के मामले को लेकर उन्होंने पीएम मोदी और मोदी सरकसर पर जमकर हमला बोला। लेकिन उन्होंने एक बात ऐसी कही जो चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने कहा कि वह भगवान राम की इज्जत करते हैं।

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Asaduddin Owaisi on Ram अपने संबोधन के दौरान ओवैसी ने संसद में पूछा कि ”क्या मोदी सरकार क्या एक समुदाय या मजहब की सरकार है या फिर पूरे देश की सरकार है? क्या मोदी सरकार हिंदुत्व की सरकार है? मेरा मानना है कि देश का कोई मजहब नहीं है। क्या यह सरकार 22 जनवरी का पैगाम देकर यह बताना चाहती है कि एक मजहब को दूसरे मजहब पर कामयाबी मिली? 49, 86, 92, 2019 और फिर 2022 में धोखा दिया गया। हम पर इल्जाम लगा दिया गया है। क्या मैं बाबर का प्रवक्ता हूं या जिन्ना या फिर औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?

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एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने आगे कहा कि छह दिसंबर के बाद देश में दंगे हुए, जिसके बाद नौजवानों को जेल में टाडा में डाला गया जो कि बूढ़े होकर निकले। भले ही आपकी सरकार तब नहीं थी। ओवैसी ने आगे कहा कि मैं भगवान राम की इज्जत करता हूं, लेकिन नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि उसने उस शख्स (महात्मा गांधी) को गोली मारी जिसके आखिरी शब्द ‘हे राम’ थे।

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उन्होंने दावा किया कि आज भारत के 17 करोड़ मुसलमान अपने आप को अजनबी महसूस कर रहे हैं। मोदी सरकार मुसलमानों को यह पैगाम दे रही है कि जान बचाना है या इंसाफ चाहते हो। मैं कहता हूं कि मैं भीख नहीं मांगूंगा। मैं अपनी शिनाख्त को नहीं मिटने दूंगा और न ही वह काम करूंगा जो बीजेपी और यहां की ‘सेक्युलर’ पार्टियां चाहती हैं। मैं वह काम करूंगा जो आपको पसंद नहीं है जोकि संविधान के दायरे में रहकर है।

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