Reported By: Satish gupta
,मनेंद्रगढ़: DFO Manish Kashyap controversy, आज मनेन्द्रगढ़ के डीएफओ कार्यालय में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब डीएफओ से मिलने गए जनप्रतिनिधियों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया गया । नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिमा यादव, उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र पटवा, विधायक प्रतिनिधि सरजू यादव, पार्षद दयाशंकर यादव शहर में भालू के विचरण की समस्या को लेकर डीएफओ मनीष कश्यप से मिलने चेम्बर में पहुँचे थे, बाकी पार्षद उनके कक्ष के बाहर बैठे थे ।
चेम्बर में नगरपालिका उपाध्यक्ष के द्वारा डीएफओ को फोन नहीं उठाने की बात कही गई, जिस पर डीएफओ ने कहा ये सब छोड़ो । बात बढ़ने पर चपरासी से सबको बाहर करने की बात कही, जिससे मामला गर्मा गया । चेम्बर में जमकर विवाद और हंगामा हुआ । बाद में कार्यालय के सामने जमीन पर बैठकर जनप्रतिनिधियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया ।
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DFO Manish Kashyap controversy, घटना की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस, भाजपा के जनप्रतिनिधि जमा हो गए । विधायक रेणुका सिंह पूर्व विधायक गुलाब कमरो भाजपा जिलाध्यक्ष चम्पा देवी पावले भी आ गए । हंगामे को देखते हुए एसडीएम एसडीओपी के साथ पुलिस बल भी पहुँचा । चार घण्टे तक चले प्रदर्शन के बाद एक बैठक हुई जिसमें डीएफओ ने अपनी गलती के लिए खेद व्यक्त किया और आगे से ऐसा नहीं होने की बात कही तब जाकर मामला शांत हुआ ।
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घटना की जानकारी इलाके के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के अलावा वन मंत्री केदार कश्यप, प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम को दी गई और डीएफओ को हटाने की मांग की गई । नाराज सभी जनप्रतिनिधियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । विधायक रेणुका सिंह ने कहा कि डीएफओ मनीष कश्यप जहां भी रहते हैं विवादित रहे हैं । वहीं कांग्रेस ने डीएफओ को मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का संरक्षण होने की बात कही । इस पूरे मामले में डीएफओ मनीष कश्यप ने मीडिया से कोई बात नहीं की है।