goa nigh club fire incident/ image source: IBC24
Goa Nightclub Fire Incident: नई दिल्ली: गोवा के मशहूर नाइटक्लब ‘Birch By Romeo Lane’ में शनिवार देर रात एक भीषण आग लगने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। ‘बॉलीवुड बैंगर नाइट’ में शामिल करीब 100 पर्यटक डांस फ्लोर पर मस्ती कर रहे थे, तभी अचानक स्टेज के पीछे आग भड़क उठी और कुछ ही मिनटों में पूरा क्लब धुआं और आग की लपटों में घिर गया।
वायरल वीडियो में दिखा कि एक डांसर स्टेज पर परफॉर्म कर रही थी, तभी उसके ठीक पीछे कंसोल के पास चिंगारियाँ गिरने लगीं और स्टाफ शुरुआत में बस लैपटॉप हटाकर स्थिति को सामान्य बताने की कोशिश करता दिखा।
Goa Nightclub Fire Incident: लेकिन देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई और लोग घबराकर भागने लगे। आग छत तक फैलते ही स्टेज स्टाफ और संगीतकार अपनी जगह छोड़कर भागे, जबकि कई पर्यटक नीचे बने किचन की ओर भागे और वहीं फंस गए, जिनकी मौत दम घुटने से हो गई।
Goa Nightclub Fire Incident: रात करीब 1 बजे लगी आग को बुझाने में फायर ब्रिगेड को काफी समय लगा और जब तक राहत कार्य पूरा हुआ, तब तक 25 लोगों के शव बरामद किए जा चुके थे। कई पर्यटक और क्लब कर्मचारी घायल हुए, जबकि कुछ शवों की पहचान अभी भी बाकी है। बचाव कार्य में सबसे बड़ी बाधा यह थी कि क्लब तक जाने वाली गली बेहद संकरी थी, जिससे फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ करीब 400 मीटर पहले ही रुक गईं और दमकलकर्मियों को पैदल उपकरण लेकर अंदर जाना पड़ा, जिससे रेस्क्यू देर से शुरू हुआ और नुकसान बढ़ गया।
क्लब की एंट्री और एग्जिट भी बेहद संकरी थीं, जिसके कारण एक साथ बाहर निकलने में भारी अफरातफरी मच गई और धुआं भरते ही कई लोगों की सांसें रुक गईं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आग क्लब की ऊपरी मंज़िल से लगी और संकरे दरवाजों और अवैध निर्माण के कारण लोग बाहर नहीं निकल पाए।
Goa Nightclub Fire Incident: सरकार ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं और क्लब के जनरल मैनेजर व मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों को हर संभव सहायता दे रही है।
इस घटना के बाद क्लब के निर्माण और सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। अरपोरा-नगोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर ने बताया कि क्लब के पार्टनर्स के बीच पहले से विवाद चल रहा था और निर्माण को लेकर कई शिकायतें मिली थीं।
पंचायत के निरीक्षण में पता चला था कि क्लब को निर्माण की अनुमति नहीं मिली थी और इस पर ढहाने का नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई रोक दी थी। सरपंच का कहना है कि क्लब में पाम के पत्तों से बनी अस्थायी संरचनाएँ थीं जो आग पकड़ने के लिए अत्यंत संवेदनशील थीं और वही आग फैलने का मुख्य कारण बनीं।