नई दिल्ली – jyotiraditya scindia corona positive : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने डॉक्टरों की सलाह पर कोरोना वायरस की जांच कराई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों से अपना परीक्षण कराने के लिए भी कहा। ज्योतिरादित्य सिंधिया नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्रालयों के प्रभारी हैं।
jyotiraditya scindia corona positive : मंगलवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज से मुलाकात की थी। सिंधिया और सीएम शिवराज के बीच लंबे समय तक मीटिंग हुई। इसके बाद दोनों नेता बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। इसके कुछ ही देर बाद सिंधिया बैठक से निकल गए। उन्हें बुखार महसूस हुआ। इसके बाद वह बैठक छोड़कर चले गए।
सिंधिया के ऐसे अचानक कोरोना पॉजीटिव आना चर्चा का विषय बन चुका है। इससे पहले भी सन 2020 में सिंधिया कोरोना से संक्रमित हो चुके है। मीटिंग के बीच छोडकर अचानक से सिंधिया का यूं जाना भी एक संदेह में आ गया है। वहीं उस मीटिंग के बाद ऐसी चर्चाएं हो रही है कि सिंधिया किसी बात को लेकर मप्र भाजपा से नाखुश है और उसका कारण बताया जा रहा है ग्वालियर भाजपा अध्यक्ष को।
jyotiraditya scindia corona positive : आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि ग्वालियर भाजपा अध्यक्ष ने अभय चौधरी को मप्र भाजपा ने चौथी बार 6 अक्टूबर को भाजपा की कमान जिला अध्यक्ष के रूप में सौंप दी। सोशल मीडिया में ऐसी चर्चाएं हो रही है और साथ ही ऐसा माना जाता है कि बीजेपी जिला अध्यक्ष अभय चौधरी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के करीबी है। जिससे सिंधियां के मन में खटास देखी जा रही है। सिंधिया का मानना है कि इस बार तो भाजपा को जिला अध्यक्ष की कमान किसी ओर के हाथों में सौंपनी थी।
ग्वालियर भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर के करीबी होने की वजह से काफी बातें भी सामने आ रही है। इस तरफ ऐसा माना जा रहा है कि सिंधिया का गढ होने के बाद भी सिंधियां के पास वहां पार्टी को कोई करीबी नहीं है। सिंधिया को ऐसी उम्मीद थी कि इस बार तो उनका कोई करीबी जिले की कमान संभालेगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बार भी नरेन्द्र सिंह तोमर ने बाजी मार ली। हालांकि यह सब सोशल मीडिया और लोगों द्वारा कहीं जा रहीं बातें ही है। अब देखना यह होगा कि इन बातों में कितनी सच्चाई है।