नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ से अप्रैल के महीने में शुद्ध आधार पर 17.20 लाख सदस्य जुड़े जिनमें से करीब आधे लोग पहली बार इसके सामाजिक सुरक्षा दायरे का हिस्सा बने।
श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को जारी पेरोल आंकड़ों में कहा कि अप्रैल, 2023 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़ने वाले नए सदस्यों में से 54.15 प्रतिशत कर्मचारी 25 साल से कम उम्र के हैं। यह संगठित कार्यबल में युवा आबादी की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है।
ईपीएफओ के अस्थायी रोजगार आंकड़ों से पता चलता है कि कई प्रमुख मानदंडों में खासा सुधार आया है।
अप्रैल में कुल 17.20 लाख नए सदस्य ईपीएफओ से जुड़े जबकि मार्च में 13.40 लाख नए कर्मचारी इसका हिस्सा बने थे।
इनमें से दोबारा ईपीएफओ का हिस्सा बनने वाले सदस्य मार्च में 10.09 लाख थे लेकिन अप्रैल में यह संख्या बढ़कर 12.50 लाख हो गई। अपनी नौकरी बदलने वाले कर्मचारी ही दोबारा ईपीएफओ का सदस्य बनते हैं।
हालांकि, अप्रैल में नौकरियां छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या 11.67 प्रतिशत घटकर 3.77 लाख रही।
अप्रैल में ईपीएफओ के अंशधारक बनने वाले नए कर्मचारियों में 3.48 लाख महिलाएं रहीं जबकि मार्च में यह संख्या 2.57 लाख थी। खास बात यह है कि अप्रैल में करीब 2.25 लाख महिलाएं पहली बार ईपीएफओ का हिस्सा बनीं।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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