अमेरिकन एक्सप्रेस, डाइनर्स क्लब पर नये ग्राहकों को कार्ड जारी करने की रोक

अमेरिकन एक्सप्रेस, डाइनर्स क्लब पर नये ग्राहकों को कार्ड जारी करने की रोक

अमेरिकन एक्सप्रेस, डाइनर्स क्लब पर नये ग्राहकों को कार्ड जारी करने की रोक
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: April 23, 2021 5:35 pm IST

मुंबई, 23 अप्रैल (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉरपोरेशन और डाइनर्स क्लब इंटरनेशनल लि. पर एक मई से नये ग्राहकों को कार्ड जारी करने से प्रतिबंध लगा दिया है।

भारतीय ग्राहकों के आंकड़े और अन्य जानकारी भारत में संरक्षित करने के नियमों के उल्लंघन को लेकर यह पाबंदी लगायी गयी है।

केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस आदेश का इनके मौजूदा ग्राहकों पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉरपोरेशन और डाइनर्स क्लब इंटरनेशनल लि. भुगतान सुविधा प्रणाली परिचालक हैं। दोनों को देश में भुगतान और निपटान प्रणाली कानून, 2007 (पीएसएस कानून) के तहत कार्ड भुगतार सुविधाओं के परिचालन का लाइसेंस मिला हैं।

आरबीआई ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉरपोरेशन और डाइनर्स क्लब इंटरनेशनल पर यह पाबंदी का आदेश शुक्रवार को जरी किया गया।

केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘ये इकाइयां भुगतान प्रणाली से जुड़े आंकड़ों और सूचना भंडारण को लेकर निर्देशों का अनुपालन नहीं कर रही थीं।’’

उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2018 में भुगतान व्यवस्था से जुड़े सभी सेवा प्रदाताओं को यह सुनिश्चित करने को कहा गया था कि उनके द्वारा परिचालित भुगतान प्रणाली से संबद्ध आंकड़े और जानकारी छह महीने के भीतर भारत में निर्धारित व्यवस्था में ही रखनी है।

उन्हें अनुपालन के बारे में आरबीआई को भी सूचित करना था। साथ ही सीईआरटी-इन ( इंडियन कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पांस टीम) के पैनल में शामिल ऑडिटरों द्वारा किये गये ‘सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट’ निदेशक मंडल की मंजूरी के साथ जमा करनी थी।

इस बीच, अमेरिकन एक्सप्रेस ने कहा कि वह आंकड़ों और जानकारी को स्थानीय स्तर पर रखे जाने को लेकर आरबीआई के साथ लगाातार बातचीत करती रही है और नियमों के अनुपालन को लेकर प्रगति के बारे में जानकारी दी थी।

कंपनी ने कहा, ‘‘हम आरबीआई के कदम से दु:खी हैं। हम यथाशीघ्र उनकी चिंताओं को दूर करने के लिये उनके साथ काम कर रहे हैं। इससे भारत में हमारे मौजूदा ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और हमारे ग्राहक हमारे कार्ड का पहले की तरह उपयोग और स्वीकार कर सकते हैं।’’

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर


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