(मनोज राममोहन)
जिनेवा, 10 दिसंबर (भाषा) आईएटीए प्रमुख विली वॉल्श ने मंगलवार को कहा कि पायलट बनने की महत्वाकांक्षा रखने वालों को भारत पर नजर रखनी चाहिए।
उन्होंने विमानन क्षेत्र में वृद्धि संभावनाओं के लिहाज से भारतीय बाजार को आकर्षक बताया और कहा कि घरेलू एयरलाइंस ने बड़ी संख्या में विमानों के ऑर्डर दिए हैं।
वैश्विक एयरलाइंस समूह के महानिदेशक ने यह भी कहा कि भारतीय नियामक हवाई अड्डा शुल्क के संबंध में एयरलाइंस की आवाज सुनने के लिए अधिक खुले हैं। गौरतलब है कि वह भारत में उच्च हवाई अड्डा शुल्क का मुद्दा उठाते रहे हैं।
वार्षिक हवाई अड्डा शुल्क से संबंधित पीटीआई-भाषा के एक सवाल के जवाब में वॉल्श ने कहा, ‘‘(हम) कुछ अच्छे आर्थिक विनियमन देख रहे हैं।’’
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में एक है और एयरलाइंस अपने परिचालन का तेजी से विस्तार कर रही हैं।
वॉल्श ने कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों की महत्वाकांक्षाओं का आधार यथार्थवादी अपेक्षाएं हैं।
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से रखरखाव और मरम्मत जैसे महत्वपूर्ण संबंधित उद्योग हैं, जहां भारत कौशल और श्रम का लाभ उठा सकता है।
पायलटों की उपलब्धता पर आईएटीए प्रमुख ने कहा कि इस मामले में भारत में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पायलट बनने की महत्वाकांक्षा रखने वाले किसी व्यक्ति को विमान ऑर्डर के कारण भारत की ओर देखना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि दुनिया के दूसरे हिस्सों में बहुत से भारतीय पायलट हैं, जो अपने देश लौटने के लिए प्रेरित होंगे।
भाषा अजय पाण्डेय
अजय