नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) व्यापार बोर्ड की मंगलवार को होने वाली बैठक में गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों और भारत एवं अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। उद्योग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक अन्य निर्यातक ने कहा कि श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन के कारण वेतन वृद्धि पर भी विचार किया जा सकता है क्योंकि वेतन में पांच से छह प्रतिशत की वृद्धि वैश्विक बाजारों में घरेलू वस्तुओं की प्रतिस्पर्धी क्षमता को नुकसान पहुंचा सकती है।
निर्यातक वाणिज्य मंत्रालय से निर्यात संवर्धन मिशनों पर विस्तृत दिशानिर्देश जारी करने का भी अनुरोध करेंगे।
वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत आधिकारिक और निजी सदस्यों वाली एक सलाहकार संस्था, व्यापार बोर्ड (बीओटी) के अध्यक्ष वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल हैं।
अधिकारी ने बताया कि अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी शुल्कों के बीच निर्यात को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा के लिए सभी निर्यात संवर्धन परिषदों, प्रमुख सरकारी विभाग, राज्य प्रतिनिधि और उद्योग संघ विचार-विमर्श में भाग लेंगे।
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका के उच्च शुल्क लगाए जाने के कारण अक्टूबर में देश का निर्यात 11.8 प्रतिशत घटकर 34.38 अरब डॉलर रह गया। वहीं सोने के आयात में उछाल के कारण व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
भारत और अमेरिका पिछले कई महीनों से द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बात कर रहे हैं। इस समझौते के पहले चरण की घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है, जिसमें शुल्क के मुद्दे का समाधान किया जाएगा।
व्यापार बोर्ड, व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं के साथ विचार-विमर्श और परामर्श का अवसर प्रदान करता है। ये लोग व्यापार को बढ़ावा देने का उद्देश्य हासिल करने के लिए विदेश व्यापार नीति उपायों पर सरकार को सलाह देते हैं।
यह राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों को व्यापार नीति पर अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करने और केंद्र सरकार को भारत की व्यापार क्षमता और अवसरों को प्रभावित करने वाले अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों से अवगत कराने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।
भाषा रमण प्रेम
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