बीओएम को उम्मीद, सिर्फ 1,000-1,500 करोड़ रुपये के ऋण का करना पड़ेगा पुनर्गठन

बीओएम को उम्मीद, सिर्फ 1,000-1,500 करोड़ रुपये के ऋण का करना पड़ेगा पुनर्गठन

बीओएम को उम्मीद, सिर्फ 1,000-1,500 करोड़ रुपये के ऋण का करना पड़ेगा पुनर्गठन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: November 22, 2020 11:51 am IST

मुंबई, 22 नवंबर (भाषा) बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए एस राजीव ने कहा कि बैंक को उम्मीद है कि आरबीआई की योजना के तहत 31 दिसंबर से पहले उसके कुल अग्रिम में से सिर्फ 1,000-1,500 करोड़ रुपये का एकमुश्त पुनर्गठन होगा।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने पहले अनुमान जताया था कि उसके किस्त स्थगन खातों में से करीब 3,000-4,000 करोड़ रुपये की राशि एकमुश्त पुनर्गठन के लिए आएगी।

उन्होंने कहा कि हालांकि समय के साथ किस्त स्थगन के खाते तेजी से घटकर मार्च में 27 प्रतिशत से अगस्त अंत में 15-16 प्रतिशत (14,000-15,000 करोड़ रुपये) पर आ गए।

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राजीव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें पहले उम्मीद थी कि कुल किस्त स्थगन की 15-20 प्रतिशत राशि पुनर्गठन के लिए जाएगी, लेकिन अब लगता है कि यह आंकड़ा कुल मिलाकर 1,000-1,500 करोड़ रुपये का होगा।’’

बैंक का कुल अग्रिम 30 सितंबर, 2020 तक 1,03,408 करोड़ रुपये था।

भारतीय रिजर्व बैंक ने कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई कठिनाइयों की वजह से अगस्त में व्यक्तिगत और कॉरपोरेट कर्जदारों के लिए एकमुश्त पुनर्गठन योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत समाधान को 31 दिसंबर, 2020 तक लागू किया जाना है।

बैंक ने अब तक एमएसएमई सहित 800 छोटे खातों का पुनर्गठन किया है, जिसकी कुल राशि 40 करोड़ रुपये है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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