नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) चालू वित्त वर्ष के लिए अपने 16,500 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को पार कर सकती है। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी।
देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत है।
कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा, “जैसे ही हम चालू वित्त वर्ष में आगे बढ़ रहे हैं, सीआईएल और एनएलसीआईएल दोनों एक बार फिर अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पार करने की राह पर हैं…। सीआईएल और एनएलसीआईएल दोनों अपने वार्षिक पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पार कर जाएंगी, जिससे भारत की आर्थिक वृद्धि गति को और बढ़ावा मिलेगा।”
चालू वित्त वर्ष के लिए एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) का पूंजीगत व्यय का लक्ष्य 2,880 करोड़ रुपये है।
कोयला मंत्रालय का पूंजीगत व्यय का चालू वित्त वर्ष के लिए लक्ष्य 21,030 करोड़ रुपये है।
पिछले कुछ वर्षों में, कोयला क्षेत्र के केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य से अधिक हासिल कर रहे हैं।
वित्त वर्ष 2021-22 में सीआईएल ने अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य का 104.88 प्रतिशत तो एनएलसीआईएल ने 123.33 प्रतिशत हासिल लिया। वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों कंपनियों ने पूंजीगत व्यय के लक्ष्य का लगभग 113 प्रतिशत हासिल किया था।
भाषा अनुराग अजय
अजय