नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ और जीआईसी के संयुक्त उद्यम डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड (डीसीसीडीएल) की कार्यस्थलों की बेहतर मांग और किराये में वृद्धि के कारण पिछले वित्त वर्ष (2024-25) के दौरान कार्यालय किराये से आमदनी 11 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,874 करोड़ रुपये हो गई है।
वित्त वर्ष 2023-24 में कार्यालय स्थान से किराये की आय 3,497 करोड़ रुपये रही थी।
संयुक्त उद्यम कंपनी डीसीसीडीएल में डीएलएफ की लगभग 67 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि सिंगापुर के ‘सॉवरेन संपदा कोष’ जीआईसी के पास शेष इक्विटी शेयरधारिता है।
डीएलएफ की निवेशक प्रस्तुति के अनुसार, खुदरा अचल संपत्तियों से डीसीसीडीएल की किराये की आय पिछले वित्त वर्ष में छह प्रतिशत बढ़कर 880 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 828 करोड़ रुपये थी।
डीसीसीडीएल के पास 4.3 करोड़ वर्ग फुट का परिचालन किराया पोर्टफोलियो है, जिसमें से 3.9 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र कार्यालय स्थान और 40 लाख वर्ग फुट खुदरा अचल संपत्ति है। अन्य 1.2 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र निर्माणाधीन है। ये वाणिज्यिक संपत्तियां मुख्य रूप से गुरुग्राम, नोएडा, चेन्नई और हैदराबाद में स्थित हैं।
डीएलएफ के पास इस संयुक्त उद्यम फर्म के तहत किराये पर देने वाली अपनी अधिकांश संपत्तियां हैं।
वित्तीय प्रदर्शन पर, डीसीसीडीएल का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष में 46 प्रतिशत बढ़कर 2,461 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,690 करोड़ रुपये था।
कंपनी की कुल आमदनी 2024-25 में नौ प्रतिशत बढ़कर 6,448 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 5,898 करोड़ रुपये थी।
भाषा अनुराग अजय
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