कोलकाता, 12 अक्टूबर (भाषा) भारत के 11 शहरों में प्रति सप्ताह 185 उड़ानें संचालित करने वाली एतिहाद एयरवेज देश में अपनी वृद्धि को गति देने के लिए प्रीमियम सेवाओं, लक्षित ग्राहकों और रणनीतिक साझेदारियों पर निर्भर है।
अबू धाबी स्थित एयरलाइन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत एयरलाइन के लिए शीर्ष तीन वैश्विक बाजारों में से एक है।
एतिहाद एयरवेज के वैश्विक बिक्री और वितरण उपाध्यक्ष जेवियर अलीजा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अतिरिक्त उड़ानों के माध्यम से विस्तार करने में असमर्थ होने के चलते एयरलाइन भारत में अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए ”स्मार्ट तरीकों” पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इनमें उच्च-मूल्य वाले यात्रियों को आकर्षित करने के लिए अपने उत्पादों को बेहतर बनाना शामिल है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय समझौते के तहत अबू धाबी स्थित एयरलाइन कंपनियों के लिए प्रति सप्ताह 50,000 सीटों की सीमा तय है। एयरलाइन अपनी आवंटित क्षमता का 100 प्रतिशत उपयोग कर रही है।
अलीजा ने कहा, ”हम 11 शहरों के लिए उड़ान भरते हैं। हम द्विपक्षीय समझौते के तहत निर्धारित सभी सीटों पर उड़ान भरते हैं।”
इन 50,000 सीटों की सीमा को एतिहाद और एयर अरेबिया अबू धाबी मिलकर साझा करते हैं।
उन्होंने कहा, ”जब तक द्विपक्षीय समझौते में कोई बदलाव नहीं होता, हम और उड़ानें या गंतव्य नहीं जोड़ पाएंगे।”
उन्होंने कहा कि ऐसे में एयरलाइन ‘‘क्षमता संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए साझेदारियों का भी लाभ उठा रही है’’ और उसने अकासा एयर के साथ गठजोड़ किया है, जो अब एतिहाद के सहयोग से चार भारतीय शहरों को अबू धाबी से जोड़ती है।
अलीजा ने लंबी दूरी के यात्रियों, खासकर अमेरिका जाने वाले यात्रियों के लिए, अबू धाबी के नए हवाई अड्डे के टर्मिनल से होकर यात्रा करने के लाभ पर जोर दिया।
एतिहाद इस क्षेत्र की एकमात्र एयरलाइन है, जो अबू धाबी में अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी) की पूर्व मंजूरी देती है। इससे आव्रजन में समय की बचत होती है।
कोलकाता एतिहाद के नए ए321 एलआर विमान पाने वाला पहला भारतीय शहर बन गया है। विमान में 160 यात्रियों के लिए सीट हैं- दो प्रथम श्रेणी के सुइट हैं, 14 बिजनेस क्लास की सीट हैं और 144 इकॉनमी श्रेणी में हैं। विमान के इस मॉडल में आमतौर पर कुल 240 सीट होती हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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