दिसंबर में निर्यात 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा बढ़कर 22 अरब डॉलर हुआ |

दिसंबर में निर्यात 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा बढ़कर 22 अरब डॉलर हुआ

दिसंबर में निर्यात 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा बढ़कर 22 अरब डॉलर हुआ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : January 3, 2022/9:53 pm IST

नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) इंजीनियरिंग, कपड़ा और रसायन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश का निर्यात दिसंबर, 2021 में 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह किसी एक महीने में निर्यात का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। हालांकि, इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 21.99 अरब डॉलर पहुंच गया।

वाणिज्य मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कच्चे तेल का आयात बढ़ने से दिसंबर महीने में आयात भी 38 प्रतिशत बढ़कर 59.27 अरब डॉलर पर रहा। तेल आयात 65.17 प्रतिशत बढ़कर 15.9 अरब डॉलर रहा।

स्वर्ण आयात 4.5 प्रतिशत बढ़कर 4.69 अरब डॉलर रहा।

दिसंबर, 2020 में निर्यात 27.22 अरब डॉलर और आयात 42.93 अरब डॉलर था। इससे व्यापार घाटा 15.72 अरब डॉलर रहा था।

आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष (2021-22) के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर) में निर्यात 48.85 प्रतिशत बढ़कर 299.74 अरब डॉलर रहा।

इस दौरान आयात 69.27 प्रतिशत बढ़कर 443.71 अरब डॉलर रहा। इससे व्यापार घाटा 143.97 अरब डॉलर रहा।

आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2021 में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 37.27 प्रतिशत बढ़कर 9.7 अरब डॉलर रहा। इसके बाद पेट्रोलियम उत्पादों (140 प्रतिशत बढ़कर 5.6 अरब डॉलर), रत्न एवं आभूषण (15.8 प्रतिशत बढ़कर 2.98 अरब डॉलर), रसायन (26 प्रतिशत बढ़कर 2.64 अरब डॉलर) और सभी प्रकार के कपड़ों से तैयार सिले-सिलाये परिधान (22 प्रतिशत बढ़कर 1.46 अरब डॉलर) का स्थान रहा।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश का वस्तुओं का निर्यात चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर से ऊपर जाएगा।

गोयल ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2021-22 के पहले नौ महीनों में 300 अरब डॉलर के निर्यात के साथ हम लक्ष्य हासिल करने के रास्ते पर हैं…यह वृद्धि संतोषजनक है और हमें अधिक की आकांक्षा करनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया जैसे देशों को प्रभावित कर रही है। इससे परिवहन की समस्या उत्पन्न होने की आशंका है।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘हमें फिलहाल आपूर्ति संबंधी बाधाएं नहीं दिख रही, क्योंकि कुल मिलाकर दुनिया ने देखा है कि इस लहर का प्रभाव अपेक्षाकृत कम नुकसानदायक है तथा पश्चिमी दुनिया ने अभी तक किसी भी गतिविधियों को प्रतिबंधित नहीं किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसी भी बड़े देश में ‘लॉकडाउन’ की घोषणा के उदाहरण भी नहीं देखे हैं… कुछ पोत परिवहन से जुड़े कर्मचारी जरूर कोविड ​​​​-19 से संक्रमित हो रहे हैं, जिससे अल्पकालिक व्यवधान हो सकता है।’’

गोयल ने कहा, ‘‘जो संक्रमित हो भी रहे हैं, वे जल्दी ठीक हो जा रहे हैं। ऐसे में आपूर्ति श्रृंखला के बने रहने की उम्मीद है…।’’

निर्यात आंकड़ों के बारे में भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने कहा कि मौजूदा प्रवृत्ति को देखते हुए भारत चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर के वस्तुओं के निर्यात का लक्ष्य हासिल करेगा।

गोयल ने कहा कि 2021-22 में सेवा निर्यात भी 230 अरब डॉलर या उससे अधिक रहने की उम्मीद है। यह आंकड़ा भी अबतक का सबसे ऊंचा स्तर होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले नौ महीनों में सेवा निर्यात 179 अरब डॉलर का रहा।’’

गोयल ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश से निर्यात मौजूदा वित्त वर्ष में दो लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। यह पिछले साल साल के 1.23 लाख करोड़ रुपये से 60 प्रतिशत अधिक है।

भाषा

रमण अजय

अजय

 

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