नयी दिल्ली, 23 नवंबर (भाषा) देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) इक्विटी प्रवाह चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान 14 प्रतिशत घटकर 26.9 अरब डॉलर रहा।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में एफडीआई इक्विटी प्रवाह 31.15 अरब डॉलर था।
कुल एफडीआई प्रवाह भी चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में घटकर 39 अरब डॉलर रहा। जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 42.86 अरब डॉलर था। कुल एफडीआई में इक्विटी निवेश, कमाई को फिर से कारोबार में लगाना और अन्य पूंजी प्रवाह शामिल है।
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य छमाही में सिंगापुर 10 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ शीर्ष निवेशक रहा। उसके बाद क्रमश: मॉरीशस (3.32 अरब डॉलर), संयुक्त अरब अमीरात (2.95 अरब डॉलर), अमेरिका (2.6 अरब डॉलर), नीदरलैंड (1.76 अरब डॉलर) और जापान (1.18 अरब डॉलर) का स्थान रहा।
कंप्यूटर और हॉर्डवेयर क्षेत्र ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सबसे ज्यादा 6.3 अरब का पूंजी प्रवाह आकर्षित किया। उसके बाद क्रमश: सेवा क्षेत्र (4.16 अरब डॉलर), ट्रेडिंग (3.28 अरब डॉलर), रसायन (1.3 अरब डॉलर), वाहन उद्योग (93.2 करोड़ डॉलर) और निर्माण (बुनियादी ढांचा) गतिविधियों (99 करोड़ डॉलर) का स्थान रहा।
भाषा रमण अजय
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