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नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर शिक्षा क्षेत्र में उठाए जा रहे कदमों के लिए केंद्र का समर्थन मांगा। इनमें हैदराबाद में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) स्थापित करने का प्रस्ताव भी शामिल है।
तेलंगाना सरकार ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात की और हाल ही में आयोजित ‘तेलंगाना राइजिंग वैश्विक सम्मेलन’ से संबंधित ब्योरों से अवगत कराया।
इस मुकालात में सोनिया गांधी ने कांग्रेस की अगुवाई वाली राज्य सरकार के प्रयासों की तारीफ की।
रेड्डी ने सीतारमण को ‘यंग इंडिया इंटीग्रेटेड रेसिडेंशियल स्कूल’ योजना की भी जानकारी दी, जिसमें राज्य के 105 विधानसभा क्षेत्रों में आवासीय विद्यालय खोल जाने हैं।
हरेक स्कूल में पांचवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक कुल 2,560 छात्र पढ़ेंगे। इस योजना से प्रत्यक्ष रूप से 2.70 लाख छात्र लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात में कहा कि इन 105 स्कूलों के निर्माण के लिए 21,000 करोड़ रुपये और जूनियर कॉलेज, डिग्री कॉलेज और तकनीकी संस्थानों के आधुनिकीकरण के लिए 9,000 करोड़ रुपये की जरूरत है।
रेड्डी ने कहा कि इन स्कूलों के लिए गठित किए जा रहे विशेष प्रयोजन केंद्र के जरिये जुटाए जाने वाले ऋण को राजकोषीय जवाबदेही एवं बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) सीमा से बाहर रखा जाए। उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि शिक्षा को मानव संसाधन विकास में निवेश के रूप में देखा जाना चाहिए।
बयान के मुताबिक, वित्त मंत्री ने तेलंगाना सरकार की इस पहल की सराहना की और विशेष प्रयोजन केंद्र के विवरण मांगे।
रेड्डी ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात के दौरान हैदराबाद में आईआईएम की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के परिसर में 200 एकड़ भूमि आईआईएम के लिए चिह्नित की है और उस ट्रांज़िट परिसर से इसकी कक्षाएं तत्काल शुरू की जा सकती हैं।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने नौ केंद्रीय विद्यालयों और 16 जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की भी मांग की। राज्य सरकार ने इन संस्थानों के लिए भूमि और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
मुलाकात में तेलंगाना के सांसद मल्लू रवि, चामला किरण कुमार रेड्डी, मंडाड़ी अनिल कुमार और दिल्ली में राज्य सरकार के विशेष प्रतिनिधि एपी जितेन्दर रेड्डी मौजूद थे।
भाषा प्रेम रमण
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