नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) सरकार-समर्थित पहल ओएनडीसी (डिजिटल कॉमर्स के लिए मुक्त नेटवर्क) को ई-कॉमर्स क्षेत्र में लोकप्रियता मिलनी शुरू हो गई है और अब तक पांच लाख विक्रेता इस मंच से जुड़ चुके हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि ओएनडीसी की स्थापना मुख्य रूप से छोटी कंपनियों के लिए डिजिटल कॉमर्स को लोकतांत्रिक बनाने और सुलभ बनाने के लिए की गई थी।
सिंह ने कहा, ‘पिछले दो वर्षों में इस मंच ने तेजी पकड़नी शुरू की है। पांच लाख विक्रेता इससे जुड़ चुके हैं, जिनमें से 70 प्रतिशत छोटे और मध्यम विक्रेता हैं। अप्रैल में ही ओएनडीसी के जरिये 72.2 लाख लेनदेन किए गए।’
ओएनडीसी का लक्ष्य ई-कॉमर्स खुदरा कारोबार के सभी पहलुओं के लिए एक खुले मंच को बढ़ावा देना है। इससे छोटे खुदरा विक्रेताओं को ई-कॉमर्स के जरिये अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी और दिग्गज कंपनियों का दबदबा कम होगा।
यह एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जिसने विक्रेताओं या लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं या भुगतान गेटवे ऑपरेटरों द्वारा स्वैच्छिक अपनाने के लिए मानकों का एक सेट तैयार किया है।
सिंह ने डीपीआईआईटी की तरफ से आयोजित ‘ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव’ में संवाददाताओं से कहा कि इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को व्यापक विकल्प और मूल्य प्रदान करना है और सभी प्रकार के विक्रेताओं तक पहुंच बनाना है।
इस कार्यक्रम में ईजमाईट्रिप, ऑफबिजनेस, विंजो, लिवस्पेस, ग्लोबलबीज, प्रिस्टिन केयर, कार्स24, फिजिक्स वाला, पॉलिसीबाजार और जीरोधा जैसे 125 स्टार्टअप एवं यूनिकॉर्न ने आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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