अगले महीने दावोस बैठक में चार केंद्रीय मंत्री, पांच मुख्यमंत्री होंगे शामिल

अगले महीने दावोस बैठक में चार केंद्रीय मंत्री, पांच मुख्यमंत्री होंगे शामिल

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  • Publish Date - December 16, 2025 / 06:46 PM IST,
    Updated On - December 16, 2025 / 06:46 PM IST

नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) स्विट्जरलैंड के खूबसूरत बर्फीले शहर दावोस में अगले महीने होने वाली ‘विश्व आर्थिक मंच’ (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में भारत की तरफ से चार केंद्रीय मंत्रियों के अलावा देश के पांच मुख्यमंत्री और 100 से अधिक शीर्ष कारोबारी भी शिरकत करेंगे।

इस पांच-दिवसीय बैठक में रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू शामिल होंगे।

वहीं, मुख्यमंत्रियों में महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के एन चंद्रबाबू नायडू, असम के हिमंत विश्व शर्मा, मध्य प्रदेश के मोहन यादव और तेलंगाना के ए. रेवंत रेड्डी इस बैठक का हिस्सा बनेंगे।

इसके साथ गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष रमेशभाई सांघवी और उत्तर प्रदेश का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी दावोस जाएगा। आगामी दिनों में कुछ अन्य राज्यों के प्रतिनिधिमंडलों की भी घोषणा होने की संभावना है।

डब्ल्यूईएफ की यह बैठक 18 से 24 जनवरी, 2026 के बीच आयोजित होगी। इस वैश्विक शिखर सम्मेलन में करीब 130 देशों के लगभग 3,000 वैश्विक नेता भाग लेंगे, जिनमें करीब 60 राष्ट्राध्यक्ष और सरकार प्रमुख शामिल होंगे।

भारतीय उद्योग जगत से रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी, टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, बजाज समूह के संजीव बजाज और जूबिलेंट भरतिया समूह के हरि एस भरतिया के दावोस पहुंचने की उम्मीद है।

इसके साथ एक्सिस बैंक के अमिताभ चौधरी, गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह के नादिर गोदरेज, जेएसडब्ल्यू समूह के सज्जन जिंदल, जीरोधा के निखिल कामत, भारती समूह के सुनील भारती मित्तल, इन्फोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि एवं सीईओ सलिल एस पारेख, विप्रो के रिशद प्रेमजी, एस्सार के प्रशांत रुइया, पेटीएम के विजय शेखर शर्मा और रिन्यू के सुमंत सिन्हा भी इसके मेहमानों में शामिल हैं।

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के कई उपक्रमों के प्रमुख भी इसमें मौजूद रहेंगे। इनमें इंडियन ऑयल के चेयरमैन अरविंदर सिंह साहनी, गेल के संदीप कुमार गुप्ता, एसबीआई के सी एस शेट्टी, एनटीपीसी के गुरदीप सिंह और आरईसी के जितेंद्र श्रीवास्तव शामिल हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी महिला-पुरुष समानता पर केंद्रित ‘एलायंस फॉर ग्लोबल गुड: जेंडर इक्विटी एंड इक्वैलिटी’ की संस्थापक और एवं चेयरपर्सन के रूप में बैठक में भाग लेंगी। यह पहल कुछ वर्ष पहले दावोस में ही शुरू की गई थी।

वैश्विक नेताओं में विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय एस बंगा, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा, यूरोपीय सेंट्रल बैंक की प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्ड, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लिएन, डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधानोम गेब्रेएसस, यूनेस्को के महानिदेशक खालिद अल-एनानी, डब्ल्यूटीओ प्रमुख नगोजी ओकोंजो-इवेला और लंदन के महापौर सादिक खान भी शामिल होंगे।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार, वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।

डब्ल्यूईएफ ने कहा कि ‘संवाद की भावना’ विषय पर आधारित इस बैठक का उद्देश्य साझा वैश्विक चुनौतियों से निपटने और भविष्य को आकार देने वाले नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए नेताओं को एक निष्पक्ष मंच पर जोड़ना है।

बैठक में सार्वजनिक-निजी सहयोग के जरिये पांच प्रमुख वैश्विक चुनौतियों- अधिक प्रतिस्पर्धी विश्व में सहयोग, वृद्धि के नए स्रोत तलाशना, मानव संसाधन में बेहतर निवेश, नवाचार का जिम्मेदार एवं व्यापक उपयोग और पर्यावरणीय सीमाओं के भीतर समृद्धि निर्माण पर विशेष ध्यान रहेगा।

इस सम्मेलन में जी-7, जी-20 एवं ब्रिक्स समूहों के नेताओं के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भी शामिल होने की संभावना है।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण