Gold Price Today/Image Credit: IBC24 File
नई दिल्ली: Gold and Silver Price इजरायल-ईरान संघर्ष के छठे दिन भी जारी रहने के बीच निवेशकों का सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों में झुकाव बढा है। इससे बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1,000 रुपये बढ़कर 1,08,200 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, जबकि सोना 540 रुपये बढ़कर एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर रहा। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। सर्राफा संघ के अनुसार, मंगलवार को पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 1,07,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। शुक्रवार को चांदी ने 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम के अपने पिछले सर्वकालिक उच्चस्तर को फिर से छुआ।
Read More : Operation Sindhu: भारत ने शुरू किया ‘Operation Sindhu’, ईरान से आज रात पहुंचेगा छात्रों का पहला जत्था
Gold and Silver Price मेहता इक्विटीज के उपाध्यक्ष (जिंस) राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘चांदी की कीमतों में तेजी जारी रही और फरवरी, 2012 के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 37 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गई। रुपये में कमजोरी से घरेलू बाजारों में सर्राफा कीमतों को समर्थन मिल रहा है।’’ सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना बुधवार को 540 रुपये बढ़कर 1,00,710 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,380.97 डॉलर प्रति औंस पर रहा। कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर व्यापारियों का ध्यान केंद्रित होने के कारण डॉलर में मजबूती आने से सोने की कीमतें 3,400 डॉलर प्रति औंस से नीचे बनी हुई हैं। इस ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान के बिना शर्त आत्मसमर्पण करने के आह्वान और ईरानी नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के खिलाफ संभावित हमलों की चर्चाओं ने ‘‘संघर्ष में अमेरिका की प्रत्यक्ष भागीदारी की आशंकाओं को बढ़ा दिया है,’’ जिससे निवेशकों के बीच सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों की मांग बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हाजिर चांदी 0.15 प्रतिशत बढ़कर 37.18 डॉलर प्रति औंस हो गई।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के एवीपी (जिंस एवं मुद्रा) मनीष शर्मा ने कहा, ‘‘बाजार प्रतिभागी निकट भविष्य में सतर्कतापूर्वक तेजी का रुख अपनाए हुए हैं, क्योंकि उन्हें आज रात होने वाली अमेरिकी एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक से और अधिक संकेतों का इंतजार है।’’