कोरोना टीके की प्रगति को लेकर गोल्डमैन सैश ने भारत के आर्थिक परिदृश्य में सुधार किया

कोरोना टीके की प्रगति को लेकर गोल्डमैन सैश ने भारत के आर्थिक परिदृश्य में सुधार किया

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  • Publish Date - November 17, 2020 / 03:35 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

मुंबई, 17 नवंबर (भाषा) वित्तीय सेवाएं देने वाली वैश्विक कंपनी गोल्डमैन सैश ने कोविड-19 के टीके की प्रगति को देखते हुए भारत के आर्थिक परिदृश्य में मंगलवार को सुधार किया।

कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10.3 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। इससे पहले कंपनी ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय जीडीपी में 14.8 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।

कंपनी ने कहा कि दो संभावित टीकों ने संतोषजनक प्रगति दिखायी है। यह आर्थिक सुधार में बहुत मददगार साबित होगा।

रिजर्व बैंक को चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है।

गोल्डमैन सैश ने एक रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी में प्रभावशाली सुधार होगा। टीके से होने वाले लाभ तथा निम्न आधार दर के कारण 2021-22 में जीडीपी 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती है।

उसने कहा, ‘‘अभी भी परिदृश्य को लेकर काफी अनिश्चितता है। अगले साल वायरस तथा टीके से संबंधित प्रगति पर निर्भर करेगा कि वृद्धि इन अनुमानों से पीछे रहती है या बेहतर कर पाती है।’’

कंपनी ने रिपोर्ट में उम्मीद व्यक्त की है कि पाबंदी संबंधी नीतियों में तथा आवागमन संबंधी अवरोधों में सामान्य स्थिति 2022 के मध्य में ही संभव है, जब टीका उपलब्ध हो जायेगा।

उसने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में अर्थपूर्ण सुधार 2021 में होगा। उपभोक्ताओं से संबंधित सेवाओं में तेजी से सुधार होगा। हालांकि कमजोर श्रम बाजार, निजी क्षेत्र की प्रभावित आय तथा बैलेंस शीट पर पड़े असर समेत कई कारक आर्थिक सुधार की गति को प्रभावित कर सकते हैं।

भाषा सुमन मनोहर

मनोहर