Appellate committees to be formed in three months for social media related complaints
नयी दिल्ली। (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को कहा कि सरकार ने सोशल मीडिया के ऐसे कई खातों पर रोक लगाई है जिन्होंने ट्विटर, यूट्यूब और फेसबुक पर ‘‘फर्जी तथा भड़काऊ’’ सामग्री डाली थी। चंद्रशेखर ने कहा कि इन खातों के संचालकों की पहचान की जा रही है और कानून के मुताबिक उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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घृणा भरी पोस्ट पर व्यापक कार्रवाई के बीच सूत्रों ने कहा कि जिस आपत्तिजनक सामग्री पर कार्रवाई की गई है वह कैबिनेट की एक ब्रीफिंग के फर्जी वीडियो से संबंधित है। सोशल मीडिया हैंडल पर डाले गए इस फर्जी वीडियो में प्रधानमंत्री के खिलाफ हिंसक विषयवस्तु और हिंदू महिलाओं के लिए अपमानजनक बयान दर्शाए गए हैं।
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चंद्रशेखर ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट के लिए कार्यबल काम कर रहा है। जिन हैंडल से ट्विटर, यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी/भड़काऊ सामग्रील डालने का प्रयास किया गया है, उन पर रोक लगा दी गई है।’’
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मंत्री ने कहा कि इस तरह के खातों को चलाने वालों की पहचान की जा रही है ताकि कानून के तहत कार्रवाई की जा सके। चंद्रशेखर ने शुक्रवार को एक ट्वीट का जवाब दिया जिसमें उनसे अनुरोध किया गया था कि ‘प्रधानमंत्री को दर्शाने वाले बहुत हिंसक वीडियो के निर्माताओं’ के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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मंत्री ने जवाब में कहा, ‘‘काम जारी है। मंत्रालय इंटरनेट को सुरक्षित और भरोसेमंद रखने की तथा मध्यवर्तियों को सामग्री के लिए बहुत गंभीरता से जवाबदेह ठहराने की जिम्मेदारी लेता है।’’
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