नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार को हरित हाइड्रोजन प्रमाणन योजना (जीएचसीआई) की शुरूआत की। एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई।
जोशी ने कहा कि यह योजना हरित हाइड्रोजन उत्पादन को प्रमाणित करने और पारदर्शिता और बाजार की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत ढांचा बनाने की दिशा में एक बुनियादी कदम है।
बयान में कहा गया है कि हरित हाइड्रोजन आपूर्ति श्रृंखला में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए अवसरों पर राष्ट्रीय कार्यशाला में इस पहल की शुरुआत की गई।
कार्यशाला का उद्देश्य भारत में हरित हाइड्रोजन परिवेश के विकास में एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करना और अवसरों का पता लगाना था। एमएसएमई, नीति निर्माताओं, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, उद्योग संघों और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों सहित विभिन्न पक्षों से 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
जोशी ने कहा, ‘‘एमएसएमई अपनी नवीन क्षमताओं और स्थानीय समाधानों के माध्यम से भारत के ऊर्जा परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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