नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अक्टूबर में स्थिर रही। पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक और इस्पात के उत्पादन में वृद्धि का असर कोयला और बिजली उत्पादन में गिरावट से जाता रहा। बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों… कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, बिजली, उर्वरक और इस्पात में सितंबर में 3.3 प्रतिशत और अक्टूबर 2024 में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक के अनुसार, कोयला उत्पादन में 8.5 प्रतिशत, बिजली उत्पादन में 7.6 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस उत्पादन में पांच प्रतिशत की गिरावट आई। अक्टूबर में कच्चे तेल का उत्पादन सालाना आधार पर 1.2 प्रतिशत घटा।
दूसरी ओर, अक्टूबर में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.6 प्रतिशत, उर्वरक उत्पादन 7.4 प्रतिशत, इस्पात 6.7 प्रतिशत और सीमेंट 5.3 प्रतिशत की दर से बढ़ा।
अक्टूबर में स्थिर वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों की संचयी वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत पर आ गई जो एक साल पहले इसी अवधि में 4.3 प्रतिशत थी।
आठ बुनियादी ढांचा उद्योगों का उत्पादन पिछले एक साल में पहली बार स्थिर रहा है।
इस वृद्धि दर का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के जरिये मापे जाने वाली देश के औद्योगिक उत्पादन वृद्धि पर प्रभाव पड़ता है। इसका कारण इन प्रमुख उद्योगों का सूचकांक के भारांश में 40.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि अधिक वर्षा ने अक्टूबर में खनन गतिविधियों और बिजली की मांग को प्रभावित किया। इससे कोयला उत्पादन और बिजली उत्पादन में क्रमशः 8.5 प्रतिशत और 7.6 प्रतिशत की तेज गिरावट आई।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा इस्पात उत्पादन में वृद्धि छह महीने के निचले स्तर पर आ गई जबकि पिछले महीने दहाई अंक में थी। हालांकि, यह आंशिक रूप से इस साल त्योहारों की शुरुआत से प्रतिकूल तुलनात्मक आधार प्रभाव के कारण है।
नायर ने कहा, ‘‘खनन और बिजली क्षेत्रों के प्रदर्शन में गिरावट को देखते हुए, इक्रा का अनुमान है कि आईआईपी वृद्धि अक्टूबर में लगभग 2.5 से 3.5 प्रतिशत तक रहेगी जो सितंबर, 2025 में चार प्रतिशत थी। हालांकि, जीएसटी दर को युक्तिसंगत बनाये जाने के कारण विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि अच्छी रहने की उम्मीद है।’’
भाषा रमण अजय
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