Why are so many holes in down side of gas cylinder: देश में लाल और नीले कलर का रसोई गैस सिलेंडर तो आपने देखे होंगे, और बड़ी संभावना है कि आपने सिलेंडर के निचले हिस्से का होल भी देखा होगा। अलग अलग कंपनियों के गैस सिलिंडर में छेद का आकार भले ही अलग-अलग हो लेकिन इसे सभी सिलेंडर में बनाया जाता है। सिलेंडर छोटा हो या बड़ा सभी में यह होल अनिवार्य होता है। सिलिंडर में छेद खास मकसद से बनाए जाते हैं। इसकी पहली वजह है हवा का सर्कुलेशन, जमीन और सिलिंडर के निचले हिस्से में हवा आती-जाती रहे इसके लिए ये छेद बनाए जाते हैं। सिलेंडर की तली की तरफ हवा का वेंटिलेशन होना जरूरी है।
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हवा का वेंटिलेशन क्यों है जरूरी अब इसे भी समझ लेते हैं। दरअसल, सिलिंडर के नीचे हिस्से में पानी या नमी के ठहरने का खतरा अधिक रहता है। ऐसा होने पर सिलिंडर में जंग लग जाता है जो उसे धीरे-धीरे डैमेज करने लगता है। जब छेद बनाया जाता है तो हवा का सर्कुलेशन बना रहता है और नमी की गुंजाइश नहीं रहती है, इसलिए आसानी से जंग नहीं लगता। जिस तरह गैस के सभी सिलिंडरों में छेद होता है, उसी तरह सभी का आकार गोल रखा जाता है। छोटा हो या बड़ा इसे गोलाई के आकार में बनाया जाता है। अब इसकी वजह भी जान लीजिए. इसकी कई वजह हैं, जैसे-इसे उठाने-रखने में आसानी होती है. इस तरह इसका ट्रांसपोर्टेशन आसान हो जाता है। ऐसा करने की एक वजह और भी है।
गैस सिलिंडर को गोलाई में रखने की और भी वजह है। जैसे- गोल होने के कारण इसमें अधिक दबाव डाला जा सकता है। जब सिलिंडर में गैस या कोई लिक्विड चीज रखी जाती तो उस पर दबाव बनाया जा सकता है। ऐसा गोल आकार वाली चीजों में आसानी से किया जा सकता है। इसलिए गैस सिलिंडर गोलाई आकार लिए हुए होते हैं।
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