नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) एचपीसीएल मित्तल एनर्जी लि. (एचएमईएल) बठिंडा स्थित अपनी गुरु गोविंद सिंह रिफाइनरी में परिचालन विस्तार के लिए 2,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी ने मंगलवार को बयान में कहा कि इस निवेश के तहत पॉलीप्रोपाइलीन डाउनस्ट्रीम (विनिर्माण) इकाइयां और फाइन केमिकल परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी।
एचएमईएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पी दास ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और गैस जैसे ईंधन के उत्पादन के अलावा, रिफाइनरी अब बठिंडा में फाइन केमिकल परियोजनाओं के माध्यम से औद्योगिक गतिविधियों का और विस्तार करने की योजना बना रही है।
दास ने कहा कि रिफाइनरी ने पंजाब को एक प्रमुख पॉलीप्रोपाइलीन विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया है, जो भारत की कुल पॉलीप्रोपाइलीन मांग का लगभग 14 प्रतिशत पूरा करता है।
उन्होंने कहा कि रिफाइनरी कई वर्षों से बिना किसी रुकावट के चल रही है और एचएमईएल अब ईंधन के अलावा फाइन केमिकल्स में भी अपने औद्योगिक विस्तार की योजना बना रही है।
यह रिफाइनरी 2011 में शुरू हुई और लगभग 2,000 एकड़ में फैली हुई है। यह लगभग 90,000 करोड़ रुपये का वार्षिक कारोबार करती है और देश के पेट्रोल और डीजल उत्पादन का पांच से छह प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंपनी ने बयान में कहा कि वह पंजाब में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पॉलीप्रोपाइलीन डाउनस्ट्रीम और फाइन केमिकल परियोजनाओं में 2,600 करोड़ रुपये का नया निवेश कर रही है।
इस नए निवेश से अतिरिक्त रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। पंजाब सरकार राज्य के प्लास्टिक विनिर्माण परिवेश को मजबूत करने के लिए लुधियाना के पास एक अलग से प्लास्टिक औद्योगिक पार्क विकसित करने पर विचार कर रही है।
बयान में पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री संजीव अरोड़ा के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने एचएमईएल को विस्तार के लिए समयबद्ध मंजूरी का आश्वासन दिया है और कंपनी की योजना पंजाब भर में पेट्रोल पंप स्थापित करने की है, जिसके लाइसेंस अब दो दिन के भीतर जारी किए जा रहे हैं। भविष्य में खुलने वाले पेट्रोल पंपों में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध होगी।
भाषा रमण अजय
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