भारत, यूरोपीय संघ वाणिज्यिक रूप से सार्थक व्यापार समझौते के लिए प्रयासरत

भारत, यूरोपीय संघ वाणिज्यिक रूप से सार्थक व्यापार समझौते के लिए प्रयासरत

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  • Publish Date - May 1, 2025 / 10:10 PM IST,
    Updated On - May 1, 2025 / 10:10 PM IST

नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) वाणिज्यिक रूप से सार्थक व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं जो एक-दूसरे के व्यवसायों के लिए वस्तुओं और सेवाओं के बाजार खोलेगा।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भारत और 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते की प्रगति पर चर्चा करने के लिए इस समय ब्रसेल्स पहुंचे हुए हैं।

यूरोपीय संघ के व्यापार और आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस सेफकोविच ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मंत्री और मेरे मित्र पीयूष गोयल की मेजबानी करके खुशी हुई। आज के अनिश्चित समय में हमारे व्यवसाय अवसर, पहुंच, पूर्वानुमान की तलाश कर रहे हैं। और हम एक वाणिज्यिक रूप से सार्थक सौदा, वस्तुओं और सेवाओं के लिए बाजार खोलने के लिए काम कर रहे हैं।’

गोयल ने इसके जवाब में कहा, ‘हमारे लोगों और व्यवसायों का पारस्परिक लाभ ही हमारे प्रयासों का केंद्र होगा।’

गोयल की यूरोप यात्रा इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष अनिश्चित वैश्विक व्यापार माहौल के बीच अपने मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर चरणों में बातचीत की संभावना की पड़ताल कर रहे हैं।

भारत इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ दो चरणों में व्यापार समझौतों पर बातचीत का तरीका अपना चुका है। इस बीच अमेरिका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता भी दो चरणों में करने की योजना बनाई गई है।

दो चरणों में एफटीए पर बातचीत करने से दोनों पक्षों को पहले उन क्षेत्रों को समाप्त करने की अनुमति मिलती है जहां समझौते पर अधिक आसानी से पहुंचा जा सकता है। जटिल मुद्दों को बाद के चरण में निपटाया जा सकता है।

अब तक भारत और यूरोपीय संघ ने प्रस्तावित समझौते के लिए दस दौर की बातचीत पूरी कर ली है। अगले दौर की वार्ता 12 मई से होने वाली है।

भारत और यूरोपीय संघ ने आठ साल से अधिक के अंतराल के बाद जून, 2022 में एफटीए पर वार्ता फिर से शुरू की थी। बाजारों को खोलने के स्तर पर मतभेदों के कारण 2013 में यह बातचीच रुक गई थी।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण