नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि मौजूदा अस्थिर समय भारत के लिए प्रौद्योगिकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाने और विनिर्माण क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व हासिल करने का एक अवसर है।
महिंद्रा ने यह बयान समूह की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर दिया। वर्ष 1945 में स्थापित महिंद्रा ग्रुप आज 100 से अधिक देशों में 3,24,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय समूह बन गया है।
इस अवसर पर महिंद्रा ने कहा, “महिंद्रा ग्रुप 80 साल पहले विकास के शुरुआती चरण में देश के निर्माण में योगदान देने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ स्थापित हुआ था। संस्थापकों ने उद्योग विकसित करने, रोजगार सृजन और स्वतंत्रता संग्राम की मुश्किल परिस्थितियों से समुदायों को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प लिया था।”
महिंद्रा ने मौजूदा अनिश्चित परिस्थितियों के संदर्भ में कहा, ‘आज हम फिर से अस्थिर समय का सामना कर रहे हैं और यह अवसर है कि हम भारत को प्रौद्योगिकी आत्मनिर्भरता और वैश्विक सम्मान की दिशा में ले जाने के लिए एक नया संकल्प लें।’
समूह ने एक बयान में कहा कि वर्तमान भू-राजनीतिक एवं आर्थिक परिदृश्य चुनौतीपूर्ण है लेकिन भारत वैश्विक निर्माण क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरने के लिए अनूठी स्थिति में है। बढ़ती आधारभूत संरचना, युवा कार्यबल और अनुकूल नीतियां इस अवसर को और सशक्त बनाती हैं।
महिंद्रा समूह के समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक अनीश शाह ने कहा, ‘संस्थापकों के मूल सिद्धांत- उद्यमिता, ईमानदारी, विविधता और भारत के भविष्य के प्रति निडर आशावाद, हमारे लिए आज भी मार्गदर्शक हैं। ये सिद्धांत समूह को नवाचार, समुदाय सशक्तीकरण और सकारात्मक वैश्विक बदलाव लाने में प्रेरित करते हैं।’
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