इस्तांबुल, पांच जून (भाषा) टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन का मानना है कि भारत का विमानन बाजार तेजी से बढ़ने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक विल्सन ने सोमवार को यहां विश्व हवाई परिवहन शिखर सम्मेलन में एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत एक तेजी से बढ़ता बाजार’ है, लेकिन यह पूरी क्षमता पर काम नहीं कर रहा है। घरेलू विमानन कंपनियों के पास 50 से कम बड़े आकार के विमान हैं।’’
इस साल की शुरुआत में एयर इंडिया ने बोइंग और एयरबस को 470 विमानों का ऑर्डर दिया था।
विमानों के ऑर्डर के संदर्भ में विल्सन ने कहा कि एक महत्वपूर्ण असंतुलन है जिसे एयरलाइन दूर करने की कोशिश कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) के इस आयोजन में विल्सन ने यह भी कहा कि कुछ साल पहले एयर इंडिया ने 13 बोइंग 787 विमानों को खड़ा कर दिया था क्योंकि उसके पास पास धन नहीं था और करीब 30,000 कलपुर्जों की भी जरूरत थी। वह आपूर्ति-श्रृंखला के मुद्दों से संबंधित एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
टाटा समूह ने घाटे में चल रही एयर इंडिया का पिछले साल जनवरी में सरकार से अधिग्रहण किया था।
भाषा अजय अजय प्रेम
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