नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र में उत्पादन में भारी बढ़ोतरी के कारण, चालू सत्र 2025-26 के पहले तीन महीनों में भारत का चीनी उत्पादन 23.43 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ 18.3 लाख टन हो गया। सहकारिता निकाय एनएफसीएसएफ ने बुधवार को यह कहा।
पिछले साल इसी समय, चीनी उत्पादन 95.6 लाख टन था, जबकि पूरे 2024-25 सत्र (अक्टूबर-सितंबर) में कुल उत्पादन दो करोड़ 618 लाख टन रहा।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (एनएफसीएसएफ) ने एक बयान में कहा कि 31 दिसंबर तक, लगभग 499 मिलों ने 13.4 करोड़ टन गन्ने की पेराई की, जिससे 8.83 प्रतिशत की औसत चीनी प्राप्ति दर पर 1.18 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हुआ।
देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 2025-26 सत्र के अक्टूबर-दिसंबर के दौरान बढ़कर 35.6 लाख टन हो गया, जो पिछले साल इसी समय में 32.6 लाख टन था।
देश के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य, महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 29.9 लाख टन से 63 प्रतिशत बढ़कर 48.7 लाख टन हो गया, जबकि कर्नाटक में उत्पादन इसी समय में 20.5 लाख टन से बढ़कर 22.1 लाख टन हो गया।
इस दौरान गुजरात में चीनी का उत्पादन बढ़कर 2,85,000 टन, बिहार में 1,95,000 टन और उत्तराखंड में 1,30,000 टन हो गया। एनएफसीएसएफ ने 2025-26 सत्र के लिए 3.15 करोड़ टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया है, जिसमें एथनॉल के लिए 35 लाख टन का स्थानांतरण शामिल नहीं है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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