विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

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  • Publish Date - August 13, 2025 / 08:16 PM IST,
    Updated On - August 13, 2025 / 08:16 PM IST

नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा) विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच घरेलू तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ जबकि डीओसी की कमजोर स्थानीय मांग के कारण सोयाबीन तिलहन तथा सुस्त कामकाज के बीच बिनौला तेल के दाम गिरावट के साथ बंद हुए। सुस्त कारोबार के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के दाम अपरिवर्तित रहे।

मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में सुधार चल रहा है। कल रात भी शिकॉगो एक्सचेंज मजबूत बंद हुआ था।

बाजार सूत्रों ने कहा कि महंगा होने के बावजूद आवक कम रहने और त्योहारी मांग की वजह से सरसों तेल-तिलहन में सुधार दर्ज हुआ। महंगा होने की वजह से सरसों तेल की बिक्री अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रही है। छोटे मिल वालों को तो नुकसान उठाना पड़ रहा है वहीं सरसों की बड़ी पेराई मिलों को अधिक नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता क्योंकि वे खुदरा में बेचकर अपने नुकसान की भरपाई कर लेते हैं। बड़ी मिलों की मांग बढ़ने से भी सरसों तेल-तिलहन कीमतों में सुधार दर्ज हुआ।

सूत्रों ने कहा कि अपने पूर्व वर्ष की समान अवधि के मुकाबले अक्टूबर, 2024 से इस वर्ष जुलाई तक देश के सोयाबीन के डी-आयल्ड केक (डीओसी) का निर्यात लगभग 11 प्रतिशत घटा है। हमारे डीओसी के दाम महंगा बैठने की वजह से विदेशों में यह पर्याप्त रूप से खप नहीं पा रहा है। इस वजह से सोयाबीन तिलहन के दाम में गिरावट है। लेकिन शिकॉगो एक्सचेंज के मजबूत होने के कारण आज सोयाबीन तेल कीमतों में मजबूती आई।

उन्होंने कहा कि अक्टूबर-नवंबर में सोयाबीन, मूंगफली की नई फसल आने के बाद कैसे खपेगा, इसकी चिंता अभी से करनी होगी। सबसे अहम तो यह बात है कि देशी तेल-तिलहनों का बाजार बनाना बेहद अनिवार्य है तभी किसानों द्वारा उत्पादन बढ़ाने का कोई फायदा होने वाला है। अन्यथा, ‘उत्पादन बढ़ाओं’ का संकल्प महज औपचारिक घोषणा बनकर रह जायेगा।

मलेशिया एक्सचेंज के मजबूत होने से पाम-पामोलीन के दाम भी मजबूत बंद हुए।

दूसरी ओर, कमजोर कामकाज के बीच बिनौला तेल कीमतों में गिरावट आई। वहीं, बेहद सुस्त कारोबार के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के भाव अपरिवर्तित रहे।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 7,250-7,300 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,700-6,075 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 13,500 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,210-2,510 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 16,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,640-2,740 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,640-2,775 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,650 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,250 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,150 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,900-4,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,600-4,700 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय