नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है और दोनों पक्ष शेष मुद्दों को सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय निवेश संधि में मुद्दों पर चर्चा करने के लिए ब्रिटेन की एक टीम यहां आई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके ब्रिटिश समकक्ष चांसलर रेचल रीव्स के बीच 13वीं मंत्रिस्तरीय भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता (ईएफडी) नौ अप्रैल को पूरी हुई।
इस वार्ता में उन्होंने द्विपक्षीय एफटीए पर बातचीत को जल्द पूरा करने की इच्छा और सकारात्मकता दिखाई।
सूत्रों ने संकेत दिया कि अब वार्ता का एक और पूर्ण दौर होने की संभावना नहीं है, क्योंकि चर्चाएं तेज गति से आगे बढ़ रही हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार एवं व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने 24 फरवरी को दोनों देशों के बीच प्रस्तावित एफटीए के लिए बातचीत बहाल करने की घोषणा की।
आठ महीने से अधिक समय के अंतराल के बाद बातचीत बहाल हुई। वार्ता 13 जनवरी, 2022 को शुरू हुई थी। अब तक 14 दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है।
दोनों देश तीन अलग-अलग मोर्चों- एफटीए, द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) और दोहरा योगदान सम्मेलन समझौता पर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।
प्रस्तावित भारत, यूरोपीय संघ (ईयू) मुक्त व्यापार समझौते के लिए वार्ता की प्रगति पर सूत्रों में से एक ने कहा कि दोनों एक प्रारंभिक फसल समझौते के लिए चर्चा कर रहे हैं।
सूत्र ने कहा, “सैद्धांतिक रूप से वे इसके लिए सहमत हैं।”
ग्यारहवें दौर की वार्ता 12-16 मई को यहां निर्धारित है। दोनों अनिश्चित वैश्विक व्यापार वातावरण के बीच चरणों में मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ दो चरणों में इस तरह के व्यापार समझौतों पर बातचीत करने की प्रक्रिया का पालन किया है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय