(NSE IPO, Image Source: Meta AI)
NSE IPO: अगर आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के IPO का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए एक बड़ा अपडेट आया है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा है कि NSE के IPO को लेकर चल रही समस्याओं को जल्द सुलझाने की कोशिक की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सेबी यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी व्यावसायिक हित को आम जनता के हितों पर हावी नही होने दिया जाए।
सेबी प्रमुख ने कहा कि भारत में ऐसा मॉडल अपनाया गया है, जिसमें कमाने वाली कंपनियां ही शेयर बाजार चला रही है। ऐसे में आम निवेशकों के हितों की सुरक्षा की जिम्मेदारी नियामक की होती है। उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में किसी भी प्रकार का टकराव या मतभेद अगर सामने आता है तो उसे सुलझाना भी सेबी का काम है। उनका स्पष्ट कहना है कि सेबी हर फैसले में सार्वजनिक हित को प्राथमिकता देगा।
जब उनसे पूछा गया कि NSE के IPO से जुड़ी समस्याओं का समाधान कब तक होगा, तो उन्होंने जवाब दिया कि सेबी इसे जल्द से जल्द सुलझाना चाहता है। गौरतलब है कि NSE की लिस्टिंग की योजना पिछले आठ साल से अटकी हुई है। NSE ने इस साल फिर से सेबी से अनुमति मांगी थी ताकि वह IPO की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सके। इससे पहले 2016 में NSE ने पहली बार IPO के लिए आवेदन किया था।
सेबी ने NSE के IPO को लेकर विचार करने के लिए एक इंटरनल कमेटी बनाई है। इस समिति को यह देखना है कि किन-किन मुद्दों को पहले सुलझाना जरूरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबी की चिंताओं में NSE के शीर्ष अधिकारियों को मिलने वाला मुआवजा और कंपनी के क्लियरिंग से जुड़ी हिस्सेदारी जैसे मामले शामिल हैं। 2019 में भी सेबी ने NSE को को-लोकेशन मामले पर क्लियरेंस देने से पहले समाधान करने को कहा था, लेकिन मंजूरी अब तक लंबित है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।