मस्कट, 18 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां ओमान के सुल्तान हसीम बिन तारिक अल सईद से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बुधवार को ओमान पहुंचे।
मस्कट के अल बराका पैलेस में सुल्तान हसीम ने द्विपक्षीय बैठक से पहले उनका स्वागत किया।
दोनों पक्ष व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर करने वाले हैं, जो उनके आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
इस समझौते से बाजार तक पहुंच बढ़ने, निवेश को बढ़ावा मिलने और प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग मजबूत होने की उम्मीद है। वैश्विक आर्थिक पुनर्गठन के इस दौर में यह व्यापार विविधीकरण एवं आपूर्ति श्रृंखला की मजबूती को समर्थन देगा।
भारत ने पिछले कुछ वर्ष में, कई मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनसे हमारे किसानों, व्यापारियों और निर्यातकों को लाभ मिल रहा है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ओमान के बीच सीईपीए द्विपक्षीय संबंधों को नया विश्वास और ऊर्जा प्रदान करेगा।
मोदी, सुल्तान हसीम के निमंत्रण पर ओमान की यात्रा पर हैं। खाड़ी देश की यह उनकी दूसरी यात्रा है। उनकी यह यात्रा विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
भारत का पहले से ही जीसीसी के एक अन्य सदस्य देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ इसी तरह का समझौता है जो मई 2022 में लागू हुआ था। जीसीसी के अन्य सदस्य बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और कतर हैं।
भारत और कतर भी जल्द ही व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू करेंगे।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत-ओमान का द्विपक्षीय व्यापार करीब 10.5 अरब अमेरिकी डॉलर (निर्यात चार अरब अमेरिकी डॉलर और आयात 6.54 अरब अमेरिकी डॉलर) था।
भारत के प्रमुख आयात पेट्रोलियम उत्पाद और यूरिया हैं। इनकी कुल आयात में हिस्सेदारी 70 प्रतिशत से अधिक है। अन्य प्रमुख उत्पादों में प्रोपलीन और एथिलीन पॉलिमर, पेट कोक, जिप्सम, रसायन, लोहा और इस्पात तथा अपरिष्कृत एल्युमीनियम शामिल हैं।
ओमान को निर्यात की जाने वाली मुख्य भारतीय वस्तुओं में खनिज ईंधन, रसायन, बहुमूल्य धातुएं, लोहा व इस्पात, अनाज, जहाज, नावें, विद्युत मशीनरी, बॉयलर, चाय, कॉफी, मसाले, वस्त्र और खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
भाषा निहारिका रमण
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