(PM MUDRA Yojana, Image Source: Pixabay)
PM MUDRA Yojana: केंद्र सरकार गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है जिसके जरिए लोगों को व्यवसाय करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है। इन्हीं में से एक योजना है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना है। इस योजना के तहत लोगों को कारोबार करने के लिए 20 लाख रुपये तक लोन दिया जाता है। यह लोन बैंकों, गैर-बैकिंग वित्तीय संस्थाओं (एनबीएफसी), एमएफआई और अन्य वित्तीय संस्थानों के जरिए प्रदान किए जाते हैं। तो जानते है इस योजना के बारे में विस्तार से-
दरअसल, प्रधानमंत्री मुद्रा लोन चार वर्ग में दिया जाता है। ये चार कैटेगरी – शिशु, किशोर, तरूण और नई कैटेगरी तरूण प्लस है। शिशु कैटेगरी के अंतर्गत 50,000 रूपये तक के लोन दिए जाते हैं। इसके अलावा किशोर कैटेगरी के लिए 50,000 रुपये से अधिक और 5 लाख रुपये तक के लोन दिया जाता है। तरूण कैटेगरी के लिए 5 लाख रुपये से अधिक और 10 लाख रुपये तक के ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं। जबकि तरूण प्लस कैटेगरी के तहत 10 लाख रुपये से 20 लाख रुपये तक के लोन दिए जाते हैं।
यह लोन मैन्युफैक्चरिंग, व्यापार और सर्विस जैसे क्षेत्रों में काम करने वालों को दिया जाता है ताकि वे अपने बिजनेस की जरूरतों जैसे मशीन खरीदना, माल बनाना या रोजमर्रा के खर्च पूरे कर सकें। इसमें मुर्गीपालन, डेयरी और मधुमक्खीपालन जैसी खेती से जुड़ी चीजें भी शामिल हैं। इस लोन पर ब्याज दर रिजर्व बैंक के नियमों के हिसाब से तय होती है। साथ ही इसे चुकाने के लिए आसान और लचीली किस्तों की सुविधा भी मिलती है।
पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत करीब 52.37 करोड़ लोगों को लोन दिया गया है, जिसकी कुल रकम 33.65 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस योजना में तीन कैटेगरी होती है। जिसमें शिशु कैटेगरी के तहत सबसे ज्यादा लोन 8.49 लाख करोड़ रुपये में दिया गया। किशोर कैटेगरी में 4.90 लाख करोड़ रुपये का लोना बांटा गया। तो वहीं तरूण कैटेगरी में 0.85 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया गया।